बिना मास्क ही कोरोना से ख़त्म के लिये यज्ञ कर रहीं मंत्री उषा ठाकुर


सोमवार को मंत्री उषा ठाकुर ने अपने ट्विटर हैंडल से सोमवार को फिर एक तस्वीर साझा की। यहां वे राजवाड़ा पर एक यज्ञ में भाग ले रहीं थीं। इस दौरान मंत्री तुलसी सिलावट भी मौजूद थे।


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इन्दौर Published On :

भोपाल। प्रदेश की पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर योगाभ्यास, पूजापाठ और देव स्तुति के बल पर कोरोना से बचने का दावा करती रहीं हैं। पिछले दिनों वे इंदौर एयरपोर्ट पर देवी अहिल्या की आराधना में लीन थीं और इसी तरह वे कोरोना भगाने का प्रयास कर रहीं थीं।

इस त्रासद काल में भी संक्रमण से बचने के लिए अपनाए जाने वाले सामान्य वैज्ञानिक उपाय जैसे मास्क पहनने जैसे नियमों का पालन मंत्री  नहीं कर रही हैं। हालांकि अगर सामान्य आदमी ऐसा न करे तो प्रशासन और पुलिस उसके साथ दुर्व्यवहार कर उसका चालान बनाता है या उसे जेल पहुंचा दिया जाता है।

सोमवार को मंत्री उषा ठाकुर ने अपने ट्विटर हैंडल से सोमवार को फिर एक तस्वीर साझा की। यहां वे राजवाड़ा पर एक यज्ञ में भाग ले रहीं थीं। इस दौरान मंत्री तुलसी सिलावट भी मौजूद थे। साझा की गई तस्वीर में साफ नज़र आ रहा है कि यज्ञ में आहूती देने के लिए बैठे हुए लोग बेहद नजदीक हैं लेकिन उन सभी ने मास्क पहने हुए हैं सिवाय मंत्री उषा ठाकुर के।

महामारी शुरु होने के एक साल बाद भी अस्पतालों में बैड, ऑक्सीजन और दवाओं की कमी बनी हुई है। कैबिनेट मंत्री उषा ठाकुर इसमें सबसे आगे रहीं हैं। महामारी शुरु होने के बाद कई महीनों तक उन्होंने मास्क नहीं पहना लेकिन लगातार आलोचना के बाद उन्होंने हालही में कुछेक बार मास्क ज़रुर पहना लेकिन वह महज़ ऑपचारिकता ही रही। इसके बाद ज्यादातर बार मंत्री अपने पास मौजूद एक कपड़े से ही मुंह ढ़कती नज़र आती हैं।

कोरोना संक्रमण से लड़ने के लिए अब तक प्रदेश की राजनीतिक व्यवस्था बहुत ज़्यादा गंभीर नहीं रही। मंत्री उषा ठाकुर के विधानसभा क्षेत्र महू में भी हालात ख़राब हैं। छोटी सी आबादी वाले इस विधानसभा क्षेत्र में हज़ार से अधिक संक्रमित हैं। प्रदेश में सबसे ज्यादा संक्रमित तहसील इंदौर की महू ही है। यहां न तो पर्याप्त अस्पताल हैं और न ही दूसरी व्यवस्थाएं। महू में सरकारी अस्पताल में व्यवस्था जुटाने का काम यहां के एसडीएम और युवा आईएएस  अधिकारी अभिलाष मिश्रा ने पाथ इंडिया कंपनी की मदद से किया है। शासन स्तर पर इस सबसे प्रभावित तहसील को कोई विशेष मदद अब तक नहीं मिली है।

 



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