कोरोना मरीज़ों का हाल जानने के लिए अब बनाई गई नई हेल्प डेस्क


इस डेस्क का नाम है  “क्या मैं आपकी सहायता कर सकता हूँ” । यहां से चौबीस घंटों में कभी फोन करके मरीजों के परिजन उनकी स्थिति जान सकते हैं। यह सुविधा सातों दिन जारी रहेगी। इस काम के लिए एक डॉक्टर और दो स्टॉफ नर्सों को जिम्मेदारी दी गई है।  


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इन्दौर Updated On :

इंदौर। शहर के एमजीएम मेडिकल कॉलेज के सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल में कोरोना मरीजों का इलाज किया जा रहा है। अस्पताल में अब मरीज़ों के परिजनों की सुविधा के लिए एक हेल्प डेस्क की स्थापना की गई है। पिछले दिनों यहां मरीजों से उनके परिजनों को न मिलने देने का आदेश दिया गया था।

जिसके बाद मरीज़ और उनके परिजन दोनों ही खासे परेशान हुए। इसे लेकर कई नकारात्मक ख़बरें भी आईं। जिसके बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने अस्पताल प्रभारी से बेहतर व्यवस्थाएं करने को कहा था।

सुपर स्पेशिलिटी के प्रभारी डॉ अजय डीप भटनागर ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया है कि कमिश्नर डॉक्टर पवन शर्मा के निर्देशानुसार आम जनता एवं मरीजों के परिजनों को नियमित सूचना एवं मरीजों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से सुपर स्पेशिलिटी चिकित्सालय में इस हेल्प डेस्क की स्थापना की गई है।

इस डेस्क का नाम है  “क्या मैं आपकी सहायता कर सकता हूँ” । यहां से चौबीस घंटों में कभी फोन करके मरीजों के परिजन उनकी स्थिति जान सकते हैं। यह सुविधा सातों दिन जारी रहेगी। इस काम के लिए एक डॉक्टर और दो स्टॉफ नर्सों को जिम्मेदारी दी गई है।

मरीजों के परिजनों से संवाद कार्यक्रम के माध्यम से मरीजों की स्वास्थ्य संबधित सूचना फिलहाल उनके परिजनों तक डॉक्टरों के माध्यम से दिन में दो बार पहुंच पाती है।

डॉ. भटनागर से बताया है की मरीजों को खजराना गणेश मंदिर द्वारा एमवाय अस्पताल मे संचालित किचन से खाना निशुल्क उपलब्ध कराया जाता है। इसमें सुबह साढ़े 8 बजे से  चाय एवं नास्ता, इसके बाद दोपहर साढ़े 12 बजे से डेढ़ बजे तक लंच, शाम को 4 बजे चाय बिस्किट एवं ब्रेड एवं रात का खाना 7 बजे से 8 बजे तक डिस्पोजेबल प्लेट में पेक कर स्वच्छ तरीके से उपलब्ध करवाया जाता है।

भोजन की व्यवस्था सुचारु रूप से संचालित करने के लिए एक इंचार्ज सिस्टर को जिम्मेदारी दी गई है। उनके साथ खाने वितरण का कार्य यूडीएस/एचएलएल के कर्मचारी द्वारा किया जाता है। इसके लिये प्रत्येक शिफ्ट मे तीन-तीन कर्मचारी दिए गए हैं। यदि किसी मरीज के परिजनों द्वारा कोई अन्य खाद्य या सामग्री मरीजों के लिए भेजी जाती है, तो उसे भी चिकित्सालय स्टॉफ की देखरेख मे मरीजों को उपलब्ध करवाया जाता है। गंभीर स्थिती में आईसीयू एवं एचडीयू में भर्ती मरीजों को अस्पताल स्टाफ द्वारा खाना खिलाया जाता है।

 

इनपुटः जनसंपर्क

 



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