एमएस धोनी ने झाबुआ से मंगवाए कड़कनाथ के चूज़े, इम्यूनिटी बूस्टर बन चुके इस मुर्गे की मांग हुई तेज़


क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी से पहले गुजरात के बड़ौदा में रहने वाले क्रिकेटर युसूफ खान भी कड़कनाथ के मुरीद हैं। युसूफ खान को या मुर्गा इतना भाता है कि वह अक्सर झाबुआ आ जाते हैं और अपने साथ मुर्गे और चूजे ले जाते हैं। देश के कई इलाकों से झाबुआ के किसानों के पास कड़कनाथ की मांग आती रहती है। क्रिकेटर धोनी अपने पोल्ट्री फार्म में कड़कनाथ की फार्मिंग कर रहे हैं। उन्होंने उप्र के एक किसान से भी दो हजार चूज़े लिये हैं। 


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इन्दौर Updated On :

इंदौर। मध्य प्रदेश सरकार जहां कड़कनाथ मुर्गी के प्रमोशन में जुटी है तो वही इसकी मांग आप कुछ खास लोगों की ओर से भी आ रही है। पूर्व क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी ने झाबुआ से कड़कनाथ के दो हजार चूज़े मंगवाए हैं।

कड़कनाथ मुर्गे की मांग इन दिनों काफी बढ़ चुकी है। कोरोना काल में इसे एक इम्यूनिटी बूस्टर की तरह देखा गया लिहाज़ा मांसाहार के शौकीन लोगों ने कड़कनाथ का सेवन ज्यादा किया ताकि वह कोरोना से बच सकें। मांग के साथ इस नस्ल के मुर्गे के दाम भी बढ़े। कड़कनाथ  मुर्गे की सामान्य कीमत 800 रुपये प्रति नग है तो वहीं मुर्गी 700 प्रति नग में मिलती है। नई दुनिया समाचार पत्र में प्रकाशित रिपोर्टर यशवंत सिंह पंवार की खबर के मुताबिक किसान कड़कनाथ पालकर आर्थिक रूप से मजबूत हो रहे हैं। यहां किसान एक दिन का सूरज जहां 65 रुपये में बेचते हैं तो वही 7 दिन का चूज़ा 70 रुपये और 15 दिन का चूज़ा 80 रुपये तक में बिकता है। मांग में आ रही तेजी के बाद 15 दिन के चूजे की कीमत 120 रुपये तक पहुंच गई है।

खबर के मुताबिक क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी से पहले गुजरात के बड़ौदा में रहने वाले क्रिकेटर युसूफ खान भी कड़कनाथ के मुरीद हैं। युसूफ खान को या मुर्गा इतना भाता है कि वह अक्सर झाबुआ आ जाते हैं और अपने साथ मुर्गे और चूजे ले जाते हैं। देश के कई इलाकों से झाबुआ के किसानों के पास कड़कनाथ की मांग आती रहती है। क्रिकेटर धोनी अपने पोल्ट्री फार्म में कड़कनाथ की फार्मिंग कर रहे हैं। उन्होंने उप्र के एक किसान से भी दो हजार चूज़े लिये हैं।

मध्यप्रदेश में झाबुआ जिले की नस्ल इस मुर्गे को जी आई टैग भी मिला हुआ है छत्तीसगढ़ में भी यह मुर्गा पाया जाता है ऐसे में उन्होंने भी इस पर दावा ठोका लेकिन लेकिन जीत एमपी की ही हुई। झाबुआ के कृषि विज्ञान केंद्र के जिला समन्वयक डॉ इंदर सिंह तोमर बताते हैं कि दूसरी नस्ल के मुर्गे-मुर्गियों की तुलना में कड़कनाथ मुर्गा ज्यादा स्वास्थ्य वर्धक और स्वाद में भी बेहतर होता है। इसमें प्रोटीन के साथ विटामिन B1, B2, B6 और B12 भरपूर मात्रा में होता है।



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