इंदौरः युवाओं को टीके के लिए करना होगा इंतजार, अभी 45 से ऊपर वालों का ही वैक्सीनेशन


युवाओं को 1 मई से टीके लगाए जाना है, लेकिन उन्हें अभी और इंतजार करना होगा। प्रधानमंत्री मोदी की घोषणा के बाद प्रदेश में भी युवाओं को टीकाकरण करने की तैयारी कर ली गयी है। बस अब केवल वैक्सीन की कमी है।


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इन्दौर Published On :
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इंदौर। शहर के युवाओं में वैक्सीनेशन के प्रति तो खासा उत्साह नजर आ रहा है और पहले ही दिन शहर के युवाओं ने पंजीयन को प्राथमिकता दी। जिला प्रशासन ने अपने स्तर पर तैयारी तो की है, लेकिन बगैर टीके के उनके बस में कुछ नहीं है।

बुधवार को भी शहर के 70 केन्द्रों पर ही टीके लग पाए जबकि शहर में 450 केंद्र हैं। वैक्सीन केन्द्रों पर नहीं पहुंच पाए, जिस कारण कई लोगों को केन्द्रों से वापस लौटना पड़ा।

युवाओं को 1 मई से टीके लगाए जाना है, लेकिन उन्हें अभी और इंतजार करना होगा। प्रधानमंत्री मोदी की घोषणा के बाद प्रदेश में भी युवाओं को टीकाकरण करने की तैयारी कर ली गयी है। बस अब केवल वैक्सीन की कमी है।

पूरे देश में वैक्सीन की कमी हो गई है। अब तक 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को ही टीके लगाए जा रहे हैं। शहर में ग्रामीण इलाकों में भी युवाओं का टीकाकरण किया जाना है। अभी जो केंद्र बने हैं उन पर जो स्टाफ तैनात है, लेकिन वह पर्याप्त नहीं है। जिला प्रशासन की तैयारी के बीच स्टाफ की कमी भी महसूस की जा रही है।

जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. तरुण गुप्ता कहते हैं कि

स्वास्थ्य विभाग के पास भी पर्याप्त स्टाफ की कमी है। जिन्हें वैक्सीन लगाई जाना है उनका स्वास्थ्य परीक्षण भी करना होगा, तभी उन्हें टीका लगाया जा सकेगा। किसी भी प्रकार की बीमारी होने की दशा में टीके लगाने में दिक्कत आएगी।

जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. तरुण गुप्ता के मुताबिक अभी जिले में 450 टीकाकरण केंद्र हैं जहां कोविड का टीका लगाया जा रहा है। अभी सभी केंद्रों पर 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को टीके लगाए जा रहे हैं।

इन केन्द्रों पर कई ऐसे भी नागरिक आते हैं जिन्हें कई बीमारियां हैं और उनकी हालत को देखते हुए उन्हें कुछ दिन बाद ठीक होकर आने की सलाह दी जा रही है।

बढ़ते संक्रमण को रोकने में वैक्सीन कारगर है और जिन्होंने भी वैक्सीन का एक भी डोज लिया है उनके लंग्स पर इस वायरस का असर कम ही देखने को मिल रहा है। यदि वे संक्रमित भी हो रहे हैं, तो उनका ऑक्सीजन लेवल भी सही है और लंग्स में भी प्रभाव कम ही है।

टीकाकरण अधिकारी डॉ. गुप्ता का कहना है कि एक मई से टीकाकरण केन्द्रों पर स्टाफ बढ़ाना होगा, जिससे आसानी होगी। जानकारों का कहना है कि टीकाकरण केन्द्रों की संख्या भी बढानी होगी तभी युवाओं को प्राथमिकता के साथ टीके लगाए जा सकेंगे।



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