जिला जेल में बंद हत्यारोपी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत, मोबाइल बंद कर जेलर लापता


– सगोनिकला निवासी था मृतक विचाराधीन कैदी, 45 दिन से जेल में था बंद।
– मृतक के परिजनों ने जेल में मारपीट होने व अवैध वसूली के लगाए गंभीर आरोप।
– जेलर ने मोबाइल किया बंद, हुए लापता।


लक्ष्मीकांत तिवारी
दमोह Published On :
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दमोह। बीते 45 दिनों से हत्या के एक मामले में बंद एक विचाराधीन कैदी व तेजगढ़ थाना क्षेत्र के सगोनिकला गांव निवासी प्रेम सिंह (55 वर्ष) पिता इमरत सिंह ठाकुर की जिला जेल में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई।

मौत के कारण का अभी तक खुलासा नहीं हो सका है। पुलिस द्वारा बोला जा रहा है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद ही पता चल सकेगा कि विचाराधीन कैदी की मौत की वजह क्या थी। हालांकि परिजनों ने जेल प्रशासन पर कई तरह के गंभीर आरोप लगाए हैं।

खास बात यह है कि जिला जेल में इतनी बड़ी घटना होने के बाद सुबह से शाम तक ना तो जेलर का फोन लग रहा है और ना ही उनका कोई पता लग सका है।

तेजगढ़ थाना क्षेत्र के सगोनिकला गांव निवासी प्रेम सिंह पिछले 45 दिनों से जिला जेल में बंद था, जिस पर हत्या सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज था और मामले की जांच लगातार की जा रही थी।

इस बीच शुक्रवार सुबह साढ़े सात बजे उन्हें जिला जेल से जिला अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल लेकर पहुंचे जेल पुलिसकर्मियों ने डॉक्टर से कैदी को सांस लेने में तकलीफ होने की वजह बताई थी, लेकिन डॉक्टर ने जब प्रेम सिंह को चेक किया तो वह मृत अवस्था में था। इसके बाद अस्पताल चौकी को तत्काल सूचना दी गई।

दूसरी तरफ, प्रेम सिंह की मौत के बाद परिजनों ने जेल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं जिसमें कैदियों द्वारा अवैध वसूली करना एवं बीमारी होने पर इसकी सूचना परिजनों को नहीं देने तथा मृतक के साथ जेल में मारपीट करने के आरोप हैं।

कुल मिलाकर इतनी बड़ी घटना संदिग्ध परिस्थितियों को जन्म दे रही है। अब देखना यह है कि जांच के बाद क्या मामला निकल कर सामने आता है।



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