विभागीय सूत्र बताते हैं कि यहां नियमों के विपरीत एक साथ दो संवेदनशील पदों को संभालने की जिम्मेदारी दी गई थी। वह स्टोर संभालता था और स्टोर पर नजर रखने वाले क्लर्क की जिम्मेदारी भी उसे ही दी गई थी। यह काफी विवादास्पद भी रहा। इस पर कई बार शिकायतें भी होती रहीं लेकिन महू छावनी में तैनात अधिकारियों ने बैठा का पूरी तरह बचाव किया। मामले में महू छावनी में तैनात अधिकारियों की भूमिका भी संदेहास्पद रही। जब जब विवाद बढ़ने लगा तो बैठा ने करीब डेढ़ साल पहले महू छावनी से अपना तबादला करवा लिया।