किसान आंदोलन की काट में किसानों को ही हथियार बनाएगी भाजपा, मुख्यमंत्री शिवराज ने शुरु की तैयारी


भाजपा की योजना है कि वे यहां किसानों को केंद्र सरकार द्वार प्रस्तावित कृषि कानूनों से होने वाले लाभ बताएंगे। इसके अलावा कानूनों के बारे में फैली भ्रान्तियों को दूर करने का प्रयास किया जाएगा। भाजपा नेताओं के मुताबिक कानूनों के खिलाफ़ हो रहे दुष्प्रचार के बारे में भी किसानों को जानकारी देंगे।


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राजनीति Updated On :

भोपाल। किसान आंदोलन अब अपने चरम पर पहुंच गया है और अब इसका समाधान उतना आसान नहीं है जितना सरकार ने अंदाज़ा लगाया था। ऐसी स्थिति में भारतीय जनता पार्टी की राज्य सरकारों ने इसे शांत करने के लिए एक योजना बनाई है। पार्टी की योजना किसान आंदोलन को किसानों का सहारा लेकर ही शांत करने की है। इसके तहत मध्यप्रदेश में भाजपा और राज्य सरकार ने एक योजना बनाई और अब उसे अंजाम तक पहुंचाने में जुट गई है।

आने वाले 15 और 16 दिसंबर को मध्यप्रदेश में किसान सम्मेलन किए जाएंगे। वहीं एक दिन पहले यानी 14 दिसंबर से जनजागरण अभियान शुरु किया जाएगा। ये किसान सम्मेलन भोपाल के अलावा रीवा, ग्वालियर, सागर, उज्जैन, इंदौर और जबलपुर में होंगे। इसके लिए भाजपा के पदाधिकारी सक्रिय हो गए है।

सभी सात स्थानों पर होने वाले इन आंदोलनों को संभालने और सफल बनाने की जिम्मेदारी स्थानीय वरिष्ठ नेताओं को दी गई है। इस कार्यक्रम की तैयारियों में प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा जुट गए हैं। उन्होंने रविवार को इसे लेकर अपने साथी पदाधिकारियों के साथ एक बैठक की।

भाजपा की योजना है कि वे यहां किसानों को केंद्र सरकार द्वार प्रस्तावित कृषि कानूनों से होने वाले लाभ बताएंगे। इसके अलावा कानूनों के बारे में फैली भ्रान्तियों को दूर करने का प्रयास किया जाएगा। भाजपा नेताओं के मुताबिक कानूनों के खिलाफ़ हो रहे दुष्प्रचार के बारे में भी किसानों को जानकारी देंगे।

इन कार्यक्रमों पर केंद्रीय स्तर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और कृषि मंत्री कमल पटेल खुद नज़र रखेंगे। इसके अलावा केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत और राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया भी इन सम्मेलनों में पहुंचकर किसानों को कृषि कानूनों के बारे में जानकारी देंगे।

इनके अलावा केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल सागर में और फग्गन सिंह कुलस्ते को जबलपुर में होने वाले सम्मेलन में मौजूद रहने की जिम्मेदारी दी गई है।  इन कार्यक्रमों में भाजपा के सभी विधायक, सांसद और तमाम दूसरे पदाधिकारी मौजूद रहेंगे।

कार्यकर्ताओं के हवाले जनजागरणः  चौदह दिसंबर से शुरु होने वाले जनजागरण अभियान चलाया जाएगा। अभियान के माध्यम से भाजपा कार्यकर्ता किसानों के बीच जाकर उन्हें  कृषि बिल से होने वाले फायदों की जानकारी देंगे।



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