भोपाल। प्रदेश सरकार में हज़ारों अभ्यार्थियों को शिक्षक की सरकारी नौकरी मिलने वाली है लेकिन यह नौकरी कब मिलेगी यह तय नहीं है। शिक्षक भर्ती परीक्षा पास करने के एक साल बाद भी ज्वाइनिंग नहीं मिलने से नाराज उम्मीदवारों ने सोमवार को भोपाल में लोक शिक्षण संचालनालय के एमपी नगर स्थित कार्यालय को घेरकर प्रदर्शन किया। हालांकि अभ्यार्थियों ने कहा कि यह विरोध प्रदर्शन नहीं है वे केवल विनती करने आए हैं।
अभ्यार्थियों ने बताया कि मध्य प्रदेश में शिक्षक पात्रता परीक्षा का रिजल्ट एकसाल पहले जारी हो चुका था। इसके बाद भी उन्हें अब तक ज्वाइनिंग नहीं दी गई है। अभ्यार्थी अब तक कई बार अधिकारियों से मिलकर अपील कर चुके हैं लेकिन इसके बाद भी कुछ नहीं हुआ। करीब तीन महीने पहले भी इन अभ्यार्थियों ने मुख्यमंत्री आवास पर जाकर ज्वाइनिंग की अपील की थी लेकिन यह भी बेअसर रहा।
यहां बैठे कई उम्मीदवारों ने बताया कि पात्रता परीक्षा पास करने के बाद भी नौकरी के लिए उनका इंतज़ार खत्म होते नजर नहीं आ रहा है। उन्हें इस बात की भी आशंका है कि प्रदेश सरकार अपनी वित्तीय परेशानियों के चलते उनकी नियुक्ति में और देर कर सकती है।
कुछ उम्मीदवारों ने तो राज्यपाल को पत्र लिखकर इच्छामृत्यु तक की मांग कर ली है। स्कूल शिक्षा विभाग और आदिम जाति कल्याण विभाग के तहत 30,594 से अधिक शिक्षकों की ज्वाइनिंग होनी है। लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा उच्च माध्यमिक शिक्षक भर्ती के 15 हजार पदों के लिए इसी साल जुलाई में सत्यापन प्रक्रिया शुरु की गई थी लेकिन इसे बाद में रोक दिया गया।
आदिम जाति कल्याण विभाग ने भी उच्च माध्यमिक शिक्षक 2220 का पूरा शेड्यूल जारी कर दिया था, लेकिन यह प्रक्रिया भी रोक दी गई। इसके चलते उम्मीदवारों ने प्रदेशभर के कलेक्टर कार्यालय में जाकर भर्ती प्रक्रिया शुरू कराने का अभियान चला रखा है।