फिल्म पठान का विरोध करते हुए इंदौर में हिंदू संगठनों ने लगाए आपत्तिजनक नारे, इंदौर महू में मुस्लिम समाज ने जताया विरोध


इंदौर और महू में मुस्लिम समाज के नागरिकों ने जताया विरोध, सिनेमाघरों में भी हुई तोड़फोड़


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बड़ी बात Updated On :

इंदौर। फिल्म पठान का विरोध प्रदेश में जारी रहा। इंदौर और भोपाल से संगठनों ने इस फिल्म का कई बार विरोध किया। इस दौरान विरोध करने वाले हिन्दू संगठनों के कुछ लोगों ने इस दौरान पैगंबर हज़रत मोहम्मद को लेकर आपत्तिजनक नारेबाज़ी की। इसके बाद तो मामला और भी बढ़ गया।

इंदौर में मुस्लिम समाज के लोगों ने इसके खिलाफ़ प्रदर्शन किया। इसके बाद महू में भी इस तरह के प्रदर्शन हुए। मुस्लिम समाज के लोग एकजुट होकर इस मामले में ज्ञापन दे रहे हैं और दोषियों पर कार्ऱवाई की मांग कर रहे हैं।

हालही में पीएम मोदी ने पार्टी नेताओं को फिल्मों पर अनावश्यक टिप्पणी न करने की हिदायत दी थी लेकिन ऐसा नहीं हो सका। बुधवार को  शाहरुख़ खान की फिल्म पठान के रिलीज होने पर पार्टी से जुड़े हिंदूवादी संगठनों का रुख़ पीएम की सला के मुताबिक नहीं था हालांकि वीएचपी के नेताओं ने भी सेंसर बोर्ड की समझाईश पर  फिल्म निर्माताओं के द्वारा की गई कांट-छाट के बाद अपनी आपत्ती वापस ले ली थी लेकिन इसके बावजूद प्रदेश के कई सिनेमाघरों में इसका विरोध किया गया और इस दौरान काफी गुंडागर्दी भी की गई। इस दौरान पैगंबर मोहम्मद के नाम को लेकर भी आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग किया गया। जिसके कारण मुस्लिम समाज नाराज़ है।

इंदौर के कस्तूरी सिनेमाघर में शो शुरू होते ही बजरंग दल के कार्यकर्ता लाठी डंडे लेकर भीतर दाखिल हो गए। उन्होंने नारेबाजी करते हुए फिल्म को रुकवा दिया। उनकी गुंडागर्दी यहीं नहीं रुकी, उन्होंने दर्शकों को गालियां देते हुए सिनेमाघर से जबरन बाहर कर दिया। नतीजतन जो दर्शक टिकट खरीद कर फिल्म देखने आए थे उन्हें वापस लौटना पड़ा। इस दौरान पुलिस ने भी कोई खास कार्रवाई नहीं की।

इसके अलावा महू में भी मुस्लिम समाज के लोग पैगंबर मोहम्मद के नाम पर लगाए गए आपत्तिजनक नारों को लेकर नाराजगी जताई।

महू शहर में मुस्लिम समाज के युवा बड़ी संख्या में जामा मस्जिद पर एकत्र हुए यहां से एक रैली के रूप में निकले और मार्केट चौक पर धर्मगुरु के खिलाफ नारेबाजी करने वाले मुख्य आरोपी तनु शर्मा का पुतला जलाया।

शहर काज़ी जावेद साहब ने एसपी शशिकांत कनकने को ज्ञापन सौंपा। जिसमें उनके धर्म के खिलाफ अपशब्द बोलने व नारेबाजी करने का विरोध करते हुए युवाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की गई है।

 

पुलिस अधिकारियों ने कहा कि वे इस ज्ञापन को इंदौर के पुलिस कमिश्नर को सौंप देंगे क्योंकि आरोपियों पर इंदौर में ही मुकदमा दर्ज किया गया है।

 



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