गेहूं में नमी के कारण 4 दिनों तक खरीदी बंद, सोसाइटी व केंद्रों पर पहुंच रही गीली फसल


प्रदेश भर में 25 मार्च से गेहूं की खरीदी शुरू हो गई थी, लेकिन नमी वाला गेहूं ज्यादा मात्रा में केंद्रों पर पहुंच रहा था। इस कारण निर्धारित एफएक्यू गुणवत्ता के गेहूं की खरीदी संभव नहीं हो पा रही थी।


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धार। सरकार द्वारा समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी को लेकर 25 तारीख से खरीदी शुरू कर दी गई थी, लेकिन केंद्रों पर गीला गेहूं आने के कारण खरीदी 31 मार्च तक बंद कर दी गई है।

गीली फसल की वजह से इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम संभाग में खरीदी बंद की गई है और इसको देखते किसान भी अभी गेहूं नहीं बेच रहे हैं। किसानों का कहना है कि मौसम के कारण इस बार गेहूं में नमी आ जाने के कारण मंडियों में भी भाव नहीं मिल रहा है।

शासन की ओर से एक आदेश जारी किया गया जिसमें लिखा था कि 31 मार्च तक गेहूं की समर्थन मूल्य पर खरीदी स्थगित हो गई है। नमी वाला गेहूं केंद्रों पर पहुंचने के कारण खरीदी स्थगित की गई है।

प्रदेश भर में 25 मार्च से गेहूं की खरीदी शुरू हो गई थी, लेकिन नमी वाला गेहूं ज्यादा मात्रा में केंद्रों पर पहुंच रहा था। इस कारण निर्धारित एफएक्यू गुणवत्ता के गेहूं की खरीदी संभव नहीं हो पा रही थी।

जिला आपूर्ति अधिकारी मिश्रा ने बताया कि

इस संबंध में शासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। आदेश अनुसार, प्रदेश के अधिकांश जिलों में पिछले सप्ताह गेहूं की खड़ी फसल पर आसामयिक बारिश के कारण गेहूं में नमी की मात्रा बढ़ गई। इससे इंदौर, उज्जैन, भोपाल एवं नर्मदापुरम संभाग के जिलों में उपार्जन केंद्रों पर समर्थन मूल्य पर नमीयुक्त गेहूं विक्रय के लिए पहुंच रहा है जिसके फलस्वरुप निर्धारित एफएक्यू गुणवत्ता के गेहूं की खरीदी संभव नहीं हो पा रही है। 4 अप्रैल से गेहूं खरीदी शुरू होगी क्योंकि छुट्टियों के दिनों में खरीदी बंद रहती है।

फिर से स्लॉट बुक होगा –

किसानों को अपनी गेहूं फसल को सुखाकर निर्धारित नमी मात्रा अनुसार गेहूं विक्रय करने का अवसर प्रदान करने की दृष्टि से इन संभागों में 28 से 31 मार्च तक गेहूं उपार्जन कार्य स्थगित किया जाता है।

ई-उपार्जन पोर्टल पर पंजीकृत किसानों के उक्त अवधि में गेहूं विक्रय हेतु किए गए स्लॉट बुकिंग को निरस्त किया गया है। किसान अपनी सुविधा के अनुसार फिर से स्लॉट की बुकिंग कर सकते हैं।

सोसाइटी के ऋण अदायगी की तारीख भी बढ़ाई जाए –

इस वक्त किसानों की सबसे बड़ी परेशानी सोसाइटी में ऋण भरने की है क्योंकि अभी 28 मार्च तक का समय दिया है। दूसरी ओर किसान फसल कटाई में लगे हैं और ऊपर से सोसाइटी की तारीख 28 मार्च होने से किसानों को परेशानी आ रही है क्योंकि अभी किसानों द्वारा उपज नहीं बेची गई है।

कई किसान अभी गेहूं की कटाई में लगे जिसको देखते हुए शासन को सोसाइटी में ऋण वसूली को लेकर तारीख बढ़ानी चाहिए जिससे किसानों को सुविधा मिले और वह अपनी उपज बेचकर सोसाइटी का ऋण भर सके।

किसानों का कहना है कि अभी गेहूं कटाई से ही निपटे नहीं हैं और ऊपर से सोसाइटी का तकादा आ जाने के कारण हम किसान परेशान हो रहे हैं। सरकार को इस ओर ध्यान देकर तारीख बढ़ाकर 31 अप्रैल करनी चाहिए जिससे किसान अपना ऋण जमा कर सके और ड्यू होने से भी बच सके।



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