मुख्यमंत्री ने समीक्षा बैठक में दिए हर जिले में पोस्ट कोविड सेंटर बनाने के निर्देश


मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से जिले में कोविड नियंत्रण की समीक्षा की। मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव ने की जिले के लिए एमडी डॉक्टर की मांग।


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इन्दौर Updated On :
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धार। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को कलेक्टर कार्यालय इंदौर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संभाग के समस्त जिलों में कोविड नियंत्रण के संबंध में समाीक्षा की।

समीक्षा बैठक में उन्होंने कहा कि हमने कोविड के विरूद्ध युद्ध जैसा विकट संघर्ष पिछले दिनों किया है। ऐसी महामारी इतिहास में कभी-कभी आती है।

हमने कई दिन कठिनाई में बिताए हैं। अब सब के सहयोग से मध्यप्रदेश में संक्रमण काबू में आ रहा है, लेकिन हमारा प्रयास है कि संक्रमण को शून्य तक ले जाएं।

ब्लैक फंगस एक नई समस्या है, इससे पीड़ित व्यक्तियों की पहचान एवं इलाज हेतु हर जिले में पोस्ट कोविड सेंटर बनाए जाएं। संक्रमण को खत्म करने के लिए अगले 10-11 दिनों में टारगेट कर संक्रमण की चेन को तोड़ा जाए।

जिले के कोविड प्रभारी मंत्री तथा औद्योगिक नीति निवेश एवं प्रोत्साहन मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव ने सीएम से कहा कि आपके मार्गदर्शन में माइक्रो स्कैनिंग की जा रही है। आने वाले समय मे कोरोना संक्रमण को जड़ मूल से खत्म किया जाएगा।

जिले में वैक्सीनेशन के लिए युवाओं में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। वे आगे आकर वैक्सीन लगवा रहे हैं। उन्होने मांग की कि जिले को एमडी डॉक्टर दिए जाएं। जिले में अभी दो ही एमडी डॉक्टर कार्यरत हैं।

सांसद छतरसिंह दरबार ने सीएम से कहा कि हमारे यहां जनप्रतिनिधि व जिला प्रशासन साथ मिलकर अच्छा कार्य कर रहे हैं। कई ग्रामीण इलाकों में टीकाकरण को लेकर कई भ्रांतियां फैली थीं।

सर्वे के दौरान चर्चा कर उनके भ्रमों को दूर किया गया, जिसके फलस्वरूप ग्रामीण क्षेत्र के लोग आगे आकर टीकाकरण करवा रहे हैं। हमारे यहां सेवा भाव वाले कई संगठन भी आगे आकर प्रशासन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य कर रहे हैं जिससे हम बहुत जल्द इस संक्रमण से मुक्त हो जाएंगे।

साथ ही मेरा आपसे निवेदन है कि भविष्य में आने वाली तीसरी लहर को देखते हुए तथा अभी की लहर में आई तकलीफों को ध्यान में रखते हुए आवश्यक संसाधनों की पूर्ति की जाए।

विधायक नीना वर्मा ने सीएम से चर्चा करते हुए कहा कि यहां सभी आगे आकर अच्छा सपोर्ट कर रहे हैं। साथ ही मेरा सुझाव है कि जिन लोगों का आयुष्मान कार्ड के अभाव में इलाज नहीं हो पा रहा है और उनके पास सम्बल कार्ड बने हैं तो उसे कोविड के इलाज की योजना में सम्बल को जोड़ा जाए, जिससे गरीबों को इलाज कराने में बहुत मदद मिलेगी। इसके लिए प्रावधान तैयार किया जाए।

आपके द्वारा स्वीकृत की गई सिटी स्कैन मशीन को यहां लगाने की तैयारियां जारी हैं, जो जल्द ही लग जाएगी। इसके साथ ही हम आपके मार्गदर्शन में कार्य कर जिले की पॉजिटिव दर को शून्य कर देंगे।

कलेक्टर आलोक कुमार सिंह ने जिले की जानकारी देते हुए बताया कि जिले में एक हजार 269 एक्टिव केस हैं। जिले में पॉजिटिविटी रेट लगातार कम हो रहा है। सैम्पलिंग का कार्य भी टारगेट से भी अधिक किया जा रहा है।

जिले में आयुष्मान कार्ड द्वारा भी मरीजों का इलाज हो रहा है। आयुष्मान कार्ड बनाने का कार्य लगातार किया जा रहा है। आयुष्मान कार्ड के लिए चयनित अस्पतालों में एक-एक पटवारी की ड्यूटी लगाई गई है जिससे वे मरीज के इलाज के दौरान कार्ड संबंधित जानकारी अस्पताल को उपलब्ध करवा सकें ताकि मरीज को किसी प्रकार की समस्या न हो। जिले में सीएसआर फंड से भी काफी सुविधाएं प्राप्त हुई हैं।

वीसी कक्ष में पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह, सीईओ जिला पंचायत आशीष वशिष्ठ, एडीएम सलोनी सिडाना, शिवांगी जोशी सहित जिला आपदा प्रबंधन समिति के सदस्यगण मौजूद थे।



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