रेल के इंतज़ार में तेरह साल बीत गए, पीएम मोदी का वादा भी रहा अधूरा, अब आंदोलन


इस रेल परियोजना के भूमि पूजन की 13वीं वर्षगांठ लोगों ने अपन इस धरने में एक बार फिर केंद्र सरकार से रेल लाइन शुरु करने की अपील की है।


आशीष यादव आशीष यादव
धार Published On :

धार। इंदौर दाहोद एवं छोटा उदयपुर धार रेल लाओ महासमिती ने प्रदर्शन किया। इन रेल परियोजनाओं को 13 वर्ष पहले 8 फरवरी को ही शुरु किया गया था लेकिन इसके बाद यह अब तक पूरी नहीं हो सकीं हैं। इस प्रदर्शन के दौरान महासमिति के सदस्यों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रेल मंत्री पीयूष गोयल और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम ज्ञापन भी दिया। ज्ञापने लेने के लिये नगर दंडाधिकारी विशाखा देशमुख यहां पहुंचे थे।

महासमिति के सदस्यों ने बताया कि मध्यप्रदेश और गुजरात के राज्य के लाखों लोगों के लिए रेल आवश्यक है। इसी तरह से यहां के लोग सही मायनों में आत्मनिर्भर है। लोगों ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस राज में बंद पड़ी इंदौर दाहोद व छोटा उदयपुर धार रेल लाइन का काम शुरु करने को कहा था। लोगों ने कहा इसके बाद उन्हें उम्मीद थी कि रेल जल्द आएगी और उनके सपने पूरे होंगे लेकिन अब कोरोना का नाम लेकर पश्चिमी रेलवे के महाप्रबंधक ने इतनी महत्वपूर्ण रेल परियोजना को बंद कर के प्रधानमंत्री के वादे को भी तोड़ दिया है।

वहीं केंद्र से भी इस बार इस बार रेल बजट में इंदौर दाहोद रेल परियोजना को केवल 20 करोड़ रुपये ही दिये जा रहे हैं।  इस रेल परियोजना के भूमि पूजन की 13वीं वर्षगांठ लोगों ने अपन इस धरने में एक बार फिर केंद्र सरकार से रेल लाइन शुरु करने की अपील की है। लोगों ने कहा कि एक महीने में रेल के बारे में फैसला करना होगा वर्ना वे भी किसान आंदोलन जैसा आंदोलन रेल लाने के लिए शुरु करेंगे।

इस दौरान रेल लाओ महासमिति के केंद्रीय अध्यक्ष पवन जैन गंगवाल, महेश माहेश्वरी, हुकुम कासलीवाल, प्रवीण टांक कमल हलोल , शांतिलाल शर्मा, मुन्नालाल राठौर, भोला यादव, राजन ठाकुर, डॉ वेद, पीयूष जैन महिलाओं की ओर से ममता गंगवाल पद्मा जैन, सुधा कासलीवाल नेहा छाबड़ा आदी उपस्थित रहे।



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