भाजपा युवा मोर्चा के नेता की गाड़ी से मिले रुपयों के लिफाफे, ग्रामीणों ने की थी शिकायत


ग्रामीणों का आरोप चुनाव के लिए रुपए बांटे जाने थे, अब प्रशासन कर रहा जाँच


आशीष यादव आशीष यादव
धार Updated On :

निर्वाचन कार्य से जुुड़ी टीमों की सख्त निगरानी के बावजूद शराब वितरण और नोट देकर वोट खरीदने के मामले सामने आ रहे है। शराब वितरण के मामले में भाजपा-कांग्रेस दोनों से जुड़े लोग पकड़े गए हैं। वहीं बुधवार को उमरबन ब्लॉक में नोट देकर वोट खरीदने का विडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। यह वीडियो उमरबन ब्लॉक का बताया जा रहा है। ग्रामीण युवाओं  ने एक वाहन को पकड़ा गया है। इस वाहन में नोट भरे लिफाफे थे।

वाहन में भाजयुमों के जिलाध्यक्ष जयसूर्या सवार थे। ग्रामीणों का आरोप है कि यह लोग भाजपा के पक्ष में वोट करने के लिए एक-एक वोट के लिए नोट बांट रहे थे। हंगामे की सूचना के बाद निर्वाचन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। वाहन की पिछली सीट से नोट के लिफाफे बरामद किए गए हैं। इस मामले में अब जिला प्रशासन द्वारा जाँच की जा रही है, जिसके बाद वैधानिक कार्रवाही की जाएगी।

500-500 के 88 हजार बरामदः प्राप्त जानकारी के अनुसार कालीबावड़ी क्षेत्र के प्रतापपुर दाभ्या में वाहन में रूपए लेकर मतदाताओं को भाजपा के पक्ष में वोट डालने के लिए पैसा बांटने की सूचना पर स्थानीय ग्रामीण मौके पर पहुंचे थे, हालांकि रुपयों से भरे लिफाफे गाड़ी के अंदर मिले है। निर्वाचन टीम को सूचना दी। इस दौरान वाहन से 500-500 के करीब 88 हजार बरादम हुुए हैं। 44 लिफाफों में 2 हजार प्रति लिफाफे में थे। वाहन की जांच कर वीडियोग्राफी करवाई गई है और पंचनामा बनाया गया है। वाहन को जय सूर्या चला रहे थे, सेक्टर मजिस्ट्रेट आलौक चौबे वाहन सवार जय सूर्या से पूछताछ कर रहे हैं।

कन्नौजे है भाजपा के प्रत्याशीः मनावर विधानसभा से कांग्रेस के विधायक और जयस के राष्ट्रीय संरक्षक डॉ हीरालाल अलावा चुनाव लड़ रहे हैं। यहां पर भाजपा ने जिला पंचायत सदस्य शिवराम कन्नौजे को उम्मीदवार बनाया है। इस क्षेत्र में भाजपा के लिए जीत दर्ज करना जरूरी हो गया है। दरअसल विधानसभा में भाजपा की कद्दावर नेता पूर्व मंत्री रंजना बघेल का टिकिट काटकर नए युवा चेहरे शिवराम पर भाजपा ने विश्वास जताया है। पूर्व मंत्री बघेल खासे नाराज हैं। निर्दलीय नामांकन जमा करने के बाद संगठन की समझाईश पर अपना फार्म वापस ले चुकी है। इसके बावजूद उनके समर्थकों में अभी भी नाराजगी देखी जा रही है।

24 घंट बेहद महत्वपूर्णः प्रचार थमने के बाद मतदान के लिए 24 घंटे का समय इसलिए रिक्त रखा जाता है कि राजनैतिक दल सहित निर्वाचन से जुड़े अमले अपनी सभी व्यवस्थाओं को पुख्ता कर लें, किंतु इसका दुरूपयोग अधिक होने लगा है। यह 24 घंटे वोटों के प्रबंधन में लगाए जाते है। जिसमें प्रलोभन देकर वोट को अपने पक्ष में करने का काम किया जाता है। इसका ताजा उदाहरण युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष जय सूर्या के नोटों के साथ धराने का है।



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