COVID-19: सैंपल लिया नहीं, लेकिन महिला को बता दिया कोरोना पॉजिटिव


शहर के नंदानगर में रहने वाले राजू शर्मा व उनके परिवार के सदस्यों और पड़ोसियों का कोविड सैंपल लिए बिना सैंपलिंग करने वाली टीम ने एक बुजुर्ग महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव और अन्य सदस्यों की रिपोर्ट निगेटिव बता दी।


अरूण सोलंकी अरूण सोलंकी
इन्दौर Updated On :
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इंदौर। शहर के नंदानगर में रहने वाले राजू शर्मा व उनके परिवार के सदस्यों और पड़ोसियों का कोविड सैंपल लिए बिना सैंपलिंग करने वाली टीम ने एक बुजुर्ग महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव और अन्य सदस्यों की रिपोर्ट निगेटिव बता दी।

बताया जा रहा है कि स्क्रीनिंग टीम के सदस्य डॉ. अक्षय पाटीदार नंदानगर के रोड नंबर 28 क्षेत्र में मंगलवार को पहुंचे थे। इस गली में एक परिवार के दो सदस्य करीब तीन दिन पहले पॉजिटिव आए थे। इसके बाद सैंपलिंग टीम इस इलाके में पहुंची थी।

राजू शर्मा ने बताया कि

डॉ. अक्षय ने घर पर थर्मल स्क्रीनिंग गन से शरीर का तापमान लिया था और पूछा कि किसी को सर्दी, खांसी या बुखार तो नहीं। इसके बाद वो चले गए। इसके अलावा मेरा भाई जो उस समय मौके मौजूद था, उसका भी नाम भी लिखा और उसकी रिपोर्ट भी है। ऐसा हमारे पास में रहने वाले करीब 10 से 15 लोगों की बिना जांच किए रिपोर्ट नेगेटिव बता दी।

राजू बताते हैं कि उनके रैपिड एंटीजन टेस्ट किए बिना ही मंगलवार शाम को मोबाइल पर कोविड रिपोर्ट आ गई थी। वो डाउनलोड नहीं हो रही थी, इस वजह से उन्होंने ध्यान नहीं दिया। बुधवार सुबह जब निगम की ओर से उनके घर को सैनिटाइज करने के लिए फोन आया और उन्होंने बताया कि आपकी मम्मी पॉजिटिव आई हैं तो उन्हें पता चला कि उनकी कोविड जांच रिपोर्ट बनाई गई है। ऐसे में उन्होंने स्क्रीनिंग के प्रभारी व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से भी इसकी शिकायत की है।

कोविड कांटैक्ट ट्रेसिंग सेंटर प्रभारी डॉ. अनिल डोंगरे ने इस मामले पर कहा कि

शिकायतकर्ता के परिवार की बिना जांच किए रिपोर्ट आ गई है। एक जैसे दो लोगों के नाम होने से मोबाइल नंबर गलती से चढ़ गया है।

वहीं स्क्रीनिंग टीम के डॉ. पाटीदार के अनुसार वह मंगलवार को क्षेत्र में सैंपलिंग करने के लिए गए थे क्योंकि उस गली में एक परिवार में कुछ लोग कोविड पॉजिटिव आए थे। वहां के लोग कोविड टेस्ट करवाने को ही तैयार नहीं थे।

एक परिवार की महिला सदस्य के नाम समान होने के कारण उनकी रिपोर्ट गलती से पॉजिटिव आ गई। जिले में 90 टीमें जांच कर रही हैं। हमारी टीम भी रोज 70 से 80 लोगों की जांच कर रही है।



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