इंदौर में कथित पत्रकार की कार से 10 लाख रुपये की MDMA ड्रग्स बरामद


MDMA ड्रग्स मामले में गिरफ्तार न्यूज पोर्टल संचालक शाहिद खान से इंदौर क्राइम ब्रांच ने 10 लाख रुपये कीमत का ड्रग्स जब्त किया है। आरोपी ने कार के सीट कवर में पुड़िया बनाकर ड्रग्स छिपा रखा था।


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इंदौर। MDMA ड्रग्स मामले में गिरफ्तार न्यूज पोर्टल संचालक शाहिद खान से इंदौर क्राइम ब्रांच ने 10 लाख रुपये कीमत का ड्रग्स जब्त किया है। आरोपी ने कार के सीट कवर में पुड़िया बनाकर ड्रग्स छिपा रखा था।

आरोपी शाहिद खान मुंबई के बड़े ड्रग सप्लायर और डी कंपनी से भी जुड़ा हुआ बताया जा रहा है। इंदौर क्राइम ब्रांच ने न्यूज़ पोर्टल की आड़ में ड्रग सप्लाई करने वाले आरोपी शाहिद खान से 10 लाख रुपये कीमत की ब्राउन शुगर बरामद की है।

पुलिस के मुताबि, हुसैनी चौक जूना रिसाला निवासी शाहिद खान लंबे समय से ड्रग सप्लाई कर रहा था। आरोपी ड्रग माफिया दिनेश अग्रवाल, रईस उर्फ रईसुद्दीन, अशफाक से भी जुड़ा है।

आरोपी ने लॉकडाउन के दौरान ही करीब डेढ़ करोड़ रुपये कीमत की MDMA सप्लाई कर दी थी। वह कार पर न्यूज पोर्टल प्रेस का स्टीकर लगाकर आजाद नगर, खजराना, चंदन नगर, सदर बाजार, बंबई बाजार जैसे क्षेत्रों में जाता था और ड्रग की पुड़िया बेचता था।

पुलिस ने पटेल नगर खजराना से शाहिद की जायलो कार लावारिस हालत में जब्त कर ली है। गिरफ्तारी के पूर्व आरोपी टायरों की हवा निकालकर कार को लावारिस छोड़कर आ गया था।

पुलिस ने जब कार की तलाशी ली तो उसमें से 100 ग्राम से ज्यादा MDMA मिली। अब पुलिस उसके दो साथियों की तलाश कर रही है।

एएसपी क्राइम ब्रांच गुरु प्रसाद पाराशर ने बताया कि शाहिद न्यूज पोर्टल की आड़ में ड्रग्स के कारोबार को अंजाम देता था। इंदौर क्राइम ब्रांच ने 5 जनवरी को 5 आरोपियों से 70 करोड़ रुपये की 70 किलो MDMA ड्रग्स बरामद की थी।

इनके पास से 13 लाख रुपये नकद भी बरामद हुए थे। आरोपी तेलंगाना और मप्र के रहने वाले हैं। आरोपी ड्रग्स की खेप देने और टोकन मनी लेने के लिए एकत्रित हुए थे। इस मामले में अब तक 26 आरोपीयों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

पकड़े गए आरोपियों ने पूछताछ में शाहिद का नाम बताया था जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था। एमडीएमए ड्रग्स मामले में पूर्व में मुंबई से दो आरोपी अय्यूब इब्राहिम कुरैशी और वसीम खान को मुंबई से पकड़ा गया था। इनमें एक 1993 के मुंबई ब्लास्ट में सजा काट चुका है, जबकि दूसरा टी-सीरीज के मालिक गुलशन कुमार हत्याकांड में शामिल अबू सलेम गैंग का सदस्य रहा था।



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