तहसीलदारों को पथरिया विधायक की चेतावनी – किसान के घर कुर्की करने पहुंचे तो सलामत नहीं लौटेंगे


वीडियो में उनको यह कहते हुए साफ सुना जा सकता है कि यदि किसान के घर की कुर्की की गई तो तहसीलदार सलामत वापस नहीं आएंगे और वह किसानों के साथ अन्याय बर्दास्त नहीं करेंगी।


DeshGaon
दमोह Published On :
rambai singh parihar

दमोह। पथरिया से बसपा की विधायक रामबाई सिंह परिहार अपनी दबंगई के लिए पहचानी जाने जाती हैं। अब उनका एक नया वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें वह तहसीलदारों को चेतावनी देती नजर आ रहीं हैं।

वीडियो में उनको यह कहते हुए साफ सुना जा सकता है कि यदि किसान के घर की कुर्की की गई तो तहसीलदार सलामत वापस नहीं आएंगे और वह किसानों के साथ अन्याय बर्दास्त नहीं करेंगी।

जानकारी के मुताबिक, किसानों को मुआवजा दिलाने के लिए विधायक रामबाई परिहार कलेक्ट्रेट लेकर पहुंची थीं। कलेक्‍ट्रेट में उन्होंने एडीएम नाथूराम गौंड से मुलाकात कर किसानों के मुआवजे के संबंध में अवगत कराया था।

वहां से वापस लौटने के बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत में तहसीलदारों को चेतावनी देते हुए कहा कि वह किसानों के साथ अन्याय नहीं होने देंगी।

पथरिया विधायक का कहना था कि पथरिया विधानसभा में तीन वर्ष पहले सांझली परियोजना के तहत बांध का निर्माण किया गया था। निर्माण में जिन किसानों की जमीन डूब क्षेत्र में आई थी, उन्हें अभी तक मुआवजा नहीं मिला है।

सांझली बांध के डूब क्षेत्र के किसानों को तीन-तीन लाख रुपये का जो मुआवजा मिलना था वह अभी नहीं मिला है। इस समय भीषण बारिश के चलते कई गांव के किसानों की जमीन डूब में आ गई है। अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि चार से पांच दिन के अंदर सभी किसानों का पैसा उनके खातों में पहुंच जाएगा।

विधायक रामबाई का कहना है कि किसानों को तहसीलदारों द्वारा वारंट देकर कुर्की की धमकी दी जा रही है। किसी भी किसान को आप नोटिस दें अच्छी बात है, लेकिन यदि किसी किसान के घर कुर्की करने पहुंचेंगे तो वहां से सही सलामत लौट कर घर नहीं आ पाएंगे क्योंकि वह किसानों के साथ अन्याय नहीं होने देंगी। वह हर समय किसानों के साथ खड़ी हैं।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार के समय कई किसानों का एक लाख तो किसी का पचास हजार रुपये कर्ज माफ किया था और अभी वर्तमान में बारिश के कारण किसानों की फसल बर्बाद हो गई है। ऐसे में तहसीलदारों द्वारा कुर्की के नोटिस जारी किए जा रहे हैं।



Related