शिक्षक भर्तीः अभ्यर्थियों की चेतावनी पद वृद्धि हो नहीं तो भाजपा को वोट भी नहीं और हम करेंगे आत्महत्या


मुख्यमंत्री से इच्छा मृत्यु मांग रहे अभ्यर्थी, वर्ग तीन के 51 हजार पद के लिए हो रहा है आंदोलन


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उनकी बात Updated On :

इंदौर। प्रदेश में वर्ग तीन की शिक्षक भर्ती के लिए परीक्षा पास अभ्यर्थी अब सरकार को आत्महत्या की धमकी दे रहे हैं। अभ्यर्थियों का कहना है कि अगर मुख्यमंत्री जल्दी ही उनकी मांगों पर फैसला नहीं करते हैं तो वे और उनका परिवार कभी भाजपा को वोट नहीं देंगे और इसके साथ ही वे आत्महत्या भी कर लेंगे। इसे लेकर कई अभ्यर्थियों ने अपने वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किये हैं। इनमें मध्यप्रदेश में बेरोजगारों की हालत के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को जिम्मेदार बताया है और कहा कि अगर आपके निर्णयों से बेरोजगार आत्महत्या करते हैं तो इसकी जिम्मेदारी भी आपकी ही होगी।

चुनावी साल में मध्यप्रदेश में एक लाख पदों की घोषणा की गई है। हालांकि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान दो-तीन बार पहले भी इस तरह की घोषणा कर चुके हैं। इसके अलावा वे शिक्षक भर्ती को लेकर भी कई बार घोषणा कर चुके हैं लेकिन इस बार मुख्यमंत्री मुश्किल का सामना कर सकते हैं क्योंकि बेरोजगार उनसे जवाब मांगने लगे हैं और इस बहाने मप्र में बेरोजगारों की हालत और सरकारी फिज़ूलखर्ची सभी कुछ निशाने पर है।

वर्ग तीन के शिक्षक भर्ती परीक्षा पास अभ्यर्थी इन दिनों ख़ासे नाराज़ हैं। प्रदेश में 1.94 लाख अभ्यर्थियों ने यह परीक्षा पास की है और इनमें से कुल 10308 को ही नौकरी मिलने जा रही है। दरअसल, सरकार ने फिलहाल केवल 18 हजार पद ही निकाले हैं और इसमें से 8219 पद पर बैकलॉग की भर्ती हो रही है और इस तरह 10308 पद पर ही नई भर्ती हो रही है। ऐसे में यह संख्या परीक्षा पास कर चुके करीब दो लाख बेरोजगारों की ज़रूरत के आगे बेहद कम है और इसी के चलते वे सरकार से जवाब मांग रहे हैं।

ये अभ्यर्थी 23 दिसंबर को भोपाल में एक आंदोलन करने के लिए जा रहे हैं। इस आंदोलन के तहत विधानसभा के बाहर प्रदर्शन करने की भी योजना है। इसके लिए तैयारियां जारी हैं। अभ्यर्थियों ने सोशल मीडिया पर अपना तंत्र बनाकर आंदोलन की तैयारी शुरु कर दी है। इसके तहत प्रत्येक जिले से 100 से 500 अभ्यर्थियों को लाने योजना है। इस तरह उम्मीद जताई जा रही है कि 23 तारीख़ को एक बड़ी संख्या में युवा भोपाल में मुख्यमंत्री और सरकार का विरोध करने पहुंचेंगे।

इस आंदोलन को भर्ती सत्याग्रह करने वाले संगठन एनईवाईयू का भी सर्मथन मिल रहा है।

राधे जाट, नेयू सदस्य

इस संगठन के सदस्य राधे जाट ने बताया कि सरकार बेरोजगारी के मुद्दे को अपने वादों से बहला रही है ऐसा नहीं चल सकता है। जाट कहते हैं कि बेरोजगारों की संख्या प्रदेश में 35 लाख हो चुकी है और इस समय भी हमें धर्म के नाम पर, धार्मिक विकास दिखाकर भरमाया जा रहा है।

 



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