आदमखोर बाघ: महू में कांग्रेसियों ने किया विरोध वन विभाग और भाजपा दोनों को बताया दोषी


कांग्रेस ने वन विभाग की निष्क्रियता को बताया जिम्मेदार, कहा भाजपा के नेता ऐसे गंभीर और जानलेवा मुद्दों पर क्यों नहीं आगे आते!


अरूण सोलंकी अरूण सोलंकी
इन्दौर Updated On :

महू (इंदौर)। रविवार को बाघ द्वारा एक ग्रामीण का शिकार करने की घटना को कांग्रेसी नेेताओं ने पूरी तरह भुनाने का प्रयास किया। इस घटना में ग्रामीण सुंदरलाल का बाघ शिकार किया था जिसके विरोध में तहसील के तमाम कांग्रेसी एक जाजम पर आए और ना सिर्फ घटना की निंदा की बल्कि इस प्रदर्शन के दौरान भाजपा का विरोध जताया।

रविवार को ग्राम मलेंडी में बाघ ने ग्रामीण सुंदरलाल का शिकार किया। इस घटना के विरोध में सोमवार की सुबह ताबड़तोड़ कांग्रेसी एक हुए। अब तक एक दूसरे की विरोधी माने जाने वाले सभी नेता एक जाजम पर आए और तहसील कार्यालय में लगे हाथ प्रदर्शन भी कर दिया। करीब एक घंटे तक तहसील कार्यालय पर प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस नेताओं ने इस घटना की निंदा की और ‌लेकिन इससे कहीं ज्यादा इस घटना के लिए भाजपा को दोषी ठहराया।

 

इस मौके पर कांग्रेसी नेताओं ने मृतक के परिजनों को एक करोड़ रुपए की राशि देने तथा एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की। जबकि एक नेता ने इस घटना पर बोलते हुए यहां तक कह दिया कि भाजपा के राज में स्थानीय मंत्री, प्रदेश के मुख्यमंत्री तथा देश के प्रधानमंत्री प्रतिस्पर्धा में लगे हैं कि कौन बड़ा नरभक्षी है।

    तहसील कार्यालय में विरोध करने पहुंचे कांग्रेसी

प्रदर्शन के दौरान वक्ताओं ने देश के तमाम घटनाओं का भी बखान कर डाला। निन्दा करते हुए इसके लिए भाजपा को दोषी ठहराया पूर्व विधायक दरबार ने कहा कि किसी जमाने में शेर और बाघ को तो ग्रामीण टीन डब्बे में बजाकर ही भगा दिया करते थे जबकि आज सरकार के पास भारी-भरकम अमला है उसके बावजूद 1 माह से वन विभाग द्वारा तेंदूआ को नहीं पकड़ पाना भाजपा की असफलता है।

दरबार ने बाघ और तेंदुए को पकड़ने के लिए पुलिस ,नगर सुरक्षा समिति, ग्राम सुरक्षा समिति, ग्राम के युवाओं का भी सहयोग लेने की बात की।

प्रदर्शन के दौरान अब तक एक दूसरे के विरोधी रहे नेता भी साथ साथ खड़े नजर आए। इनमें अंतर सिंह दरबार, पुनीत शर्मा, कैलाश दत्त पांडे, हेमंत पाल,  संजय शर्मा, मृणाल पंत ,राउ से रवि ठाकुर ,जुगनू धनावद ,पप्पू खान आदि थे। प्रदर्शन कांग्रेस के जिला अध्यक्ष सदाशिव यादव के नेतृत्व में किया गया था।



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