33 महिला स्वसहायता समूह 108 गांवों में करेंगे जलकर वसूली, वसूली राशि का 10 फीसदी मिलेगा


जल जीवन मिशनः वित्तीय प्रबंधन से समूह सशक्तिकरण, 50 हजार नल-जल कनेक्शन का डेटा तैयार, 1 लाख घरों में नल कनेक्शन का है दावा।


आशीष यादव आशीष यादव
धार Published On :
water tap dhar

धार। ग्राम पंचायतों में जल कर की वसूली से ग्राम पेयजल व्यवस्था का रखरखाव हेतु वित्तीय प्रबंधन जिले में प्रारंभ हो रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में करीब 108 गांवों को चिह्नित किया गया है जहां पर नल से जल उपलब्ध कराया जा रहा है।

इन गांवों में कनेक्शनधारियों से जल प्रदाय शुल्क लिया जाएगा। इस शुल्क की वसूली का काम स्वसहायता समूहों को दिया जा रहा है। धार जिले में इसको लेकर काफी लंबे समय से तैयारियां की जा रही थी।

33 महिला स्वसहायता समूहों को 108 गांवों से जल कर वसूली के लिए काम सौंपा जा रहा है। वित्तीय प्रबंधन से समूह सशक्तिकरण के प्रयास से शासन के साथ समूह की महिला सदस्यों को भी फायदा होने वाला है।

दरअसल बिल वसूली के उपरांत उन्हें 10 प्रतिशत के लगभग की राशि वसूली आधार पर प्रदान की जाएगी। इस तरह से ना सिर्फ पेयजल योजनाओं के रखरखाव के लिए एक नया वित्तीय स्त्रोत कर वसूली से मिल जाएगा। वहीं महिला समूहों को आर्थिक मजबूती मिलेगी।

कितना लेना तय करेगी ग्राम समिति –

जिले में जहां-जहां भी नल-जल योजनाओं के माध्यम से पेयजल आपूर्ति प्रारंभ हो चुकी है। उन पंचायतों में कर वसूली का निर्धारण ग्राम पंचायत ही करेगी। दरअसल कई पंचायतों में अत्यंत कमजोर आय वर्ग के लोग निवास करते हैं। वहीं कई पंचायतों में आलीशान मकानों और संपन्न लोगों की भरमार है।

ऐसी परिस्थिति में एक समान जल कर वसूली की बजाय पंचायत को निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र रखा गया है। पेयजल आपूर्ति वाले 108 गांवों में कई स्थानों पर 50 रुपये प्रतिमाह की जलकर राशि तय की गई है। वहीं तिरला विकासखंड के प्रेम नगर में 150 रुपये की जलकर राशि तय की गई है।

50 हजार कनेक्शन का डेटा तैयार –

पंचायतों में प्रारंभिक तौर पर जल कर वसूली शुरू की जा रही है। आगामी दिनों में स्वच्छता कर सहित संपत्तिकर वसूली भी प्रारंभ किया जाएगा। इससे ग्राम पंचायतों के लिए नए वित्तीय स्त्रोत प्रारंभ होने से पंचायत व्यवस्थाओं के सरलीकरण में सहायता मिलेगी।

इधर धार में जिला पंचायत में करीब 50 हजार नल कनेक्शनों का डेटा तैयार कर लिया है। जिले में जल जीवन मिशन के तहत करीब 1 लाख कनेक्शन होने का दावा किया गया है। इसके आधार पर 50 हजार कनेक्शन का डेटा और जुटाया जा रहा है।

आर्थिक मजबूती के साथ कौशल-दक्ष करेंगे –

समूहों से जलकर वसूली करवाने के साथ सदस्यों को आगामी दिनों में नल-जल योजना के रखरखाव संबंधी जानकारी दी जाएगी। वॉल खोलने सहित अन्य कौशल में दक्ष किया जाएगा।

ग्रामीण क्षेत्र में स्वसहायता समूह विभिन्न रोजगार माध्यमों से निरंतर अपनी आय की वृद्धि कर रहे हैं। ऐसे में वसूली कार्य भी समूहों को सौंपकर उनके सशक्तिकरण के लिए बड़ा कदम उठाया गया है।

2024 तक हर घर नल से जल देने का केन्द्र सरकार ने संकल्प लिया है। जल जीवन मिशन के तहत जिले में काम भी चल रहा है। ऐसे में शत प्रतिशत कनेक्शन के बाद जिले के समूहों को एक बड़ा प्लेटफार्म वसूली कार्य से मिलेगा।

धार विधानसभा में 4 नल-जल योजनाओं को मिली मंजूरी –

जल जीवन मिशन के तहत धार विधानसभा क्षेत्र के 4 ग्राम पंचायतें बगड़ीतुर्क, जेतपुरा, गुणावद-मिर्जापुर, सेजवाया की नल-जल योजनाओं को धार विधायक नीना विक्रम वर्मा से के प्रयासों से स्वीकृति मिल गई है।

वहीं 4 मार्ग भी लोक निर्माण विभाग ने स्वीकृत किए हैं जिसके तहत ग्राम सिंदोड़ी में पहुंच मार्ग सह पुलिया निर्माण पर करीब 3 करोड़ खर्च किए जाएंगे। ग्राम कोटभिडौता से लौहारी मार्ग व पुलिया निर्माण पर पौने 2 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।

ग्राम बक्साना पुलिया से निजामपुरा-घाटाबिल्लौद रोड निर्माण पर 1 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। वहीं 4 करोड़ के खर्च से शंकरपुरा-रतवा-दिग्ठान रोड का निर्माण होगा। इसके अलावा 1 करोड़ रुपए लेबड़-मानपुर फोरलेन पर लिंक रोड निकालने के लिए खर्च किए जाएंगे।



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