EOW की छापेमारी: धार और रतलाम में आय से अधिक संपत्ति के मामलों में बड़ी कार्रवाई


EOW ने धार और रतलाम में बड़ी छापेमारी करते हुए सोसायटी प्रबंधक और उनके लेखाधिकारी बेटे के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले में कार्रवाई की। जानें पूरी जानकारी।


आशीष यादव आशीष यादव
धार Updated On :

आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने आज धार और रतलाम में बड़ी कार्रवाई की है। छापेमारी का यह मामला आय से अधिक संपत्ति से जुड़ा हुआ है। ईओडब्ल्यू की टीमों ने धार के रिंगनोद गांव में सोसायटी प्रबंधक नंदकिशोर सोलंकी के घर और उनके बेटे विकास सोलंकी, जो रतलाम नगर निगम में लेखाधिकारी के पद पर हैं, के रतलाम स्थित निवास पर दबिश दी। ईओडब्ल्यू की टीम धार जिले के रिंगनोद गांव में सोसायटी प्रबंधक नंदकिशोर सोलंकी के घर सुबह 6 बजे पहुंची। रतलाम में उनके बेटे विकास सोलंकी के घर पर भी एक अन्य टीम सुबह 4 बजे दस्तावेज खंगालने में जुट गई।

आय से अधिक संपत्ति का मामला

प्रारंभिक जांच में पता चला कि नंदकिशोर सोलंकी की कुल चल-अचल संपत्ति लगभग 4 करोड़ रुपये है। 28 साल की नौकरी में सोलंकी को प्रतिमाह लगभग 40,000 रुपये का वेतन मिलता है। उनकी अनुमानित आय लगभग 50 लाख रुपये होनी चाहिए थी, लेकिन जांच में सामने आया कि उनके पास तीन मकान, चार गाड़ियां, तीन बसें, एक निर्माणाधीन पेट्रोल पंप और इंदौर में दो प्लॉट हैं।

रतलाम में बेटे पर भी शिकंजा

विकास सोलंकी, जो रतलाम नगर निगम में लेखाधिकारी हैं, पहले भी विवादों में रह चुके हैं। 7 महीने पहले उज्जैन लोकायुक्त ने उन पर राजीव गांधी सिविक सेंटर के प्लॉट बेचने के मामले में एफआईआर दर्ज की थी। आरोप था कि उन्होंने करोड़ों रुपये की जमीन को कम दामों में बेच दिया। इस मामले में उन्हें नगर निगम के कमिश्नर पद से निलंबित कर दिया गया था। हालांकि, बाद में उनका निलंबन खत्म कर उन्हें लेखाधिकारी बना दिया गया। अब वे एक बार फिर आय से अधिक संपत्ति के मामले में फंस गए हैं।

सहकारिता विभाग में भ्रष्टाचार का अड्डा

सहकारिता विभाग में आय से अधिक संपत्ति और भ्रष्टाचार के मामलों में यह एक महीने में दूसरी बड़ी कार्रवाई है। हाल ही में छोटा जामन्या और कुजरोद क्षेत्र में भी एक कर्मचारी के खिलाफ करोड़ों रुपये की संपत्ति का मामला सामने आया था। धार के सहकारिता विभाग में भ्रष्टाचार की घटनाएं आम होती जा रही हैं। पलवाड़ा सोसायटी में लाखों रुपये के गबन का मामला और राजेंद्र सूरी का प्रदेश स्तर पर गूंजने वाला मामला इस विभाग की सच्चाई उजागर करते हैं।

ईओडब्ल्यू का बयान और कार्रवाई जारी

ईओडब्ल्यू के इंदौर एसपी यादव ने बताया कि जांच अभी प्रारंभिक स्तर पर है। दस्तावेजों और संपत्ति की विस्तृत पड़ताल की जा रही है। फिलहाल, नंदकिशोर और उनके बेटे विकास सोलंकी के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले में कार्रवाई जारी है।

भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम उठाने की जरूरत

ईओडब्ल्यू की इस कार्रवाई ने सहकारिता विभाग और नगर निगम में व्याप्त भ्रष्टाचार पर एक बार फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं। अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई ही इस व्यवस्था को साफ-सुथरा बना सकती है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि जांच गहराई से की जाए तो और भी मामले उजागर हो सकते हैं।



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