मंडी में सोयाबीन की आवक हुई कम, त्यौहार होने के बाद भी किसान नहीं आ रहे मंडी


बुधवार को सोयाबीन के अधिकतम 6300 रुपये प्रति क्विंटल भाव रहे जबकि सबसे कमजोर क्वालिटी की सोयाबीन के 3450 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से खरीदी हुई।


आशीष यादव आशीष यादव
धार Published On :
soyabean crops

धार। अक्टूबर में बारिश के साथ सोयाबीन कटाई में किसान व्यस्तता होने के कारण मंडी की ओर रुख नहीं कर रहे हैं। त्यौहार आने के बाद भी किसान मंडी की ओर नहीं आ रहा है।

मंडी में सोयाबीन की कम आवक देखने को मिल रही है जबकि दूसरी ओर पिछले साल की तुलना में इस साल भाव भी कम मिल रहा है जिस कारण भी किसान अभी स्टॉक रख कर सोयाबीन भाव में तेजी को देखते हुए भी ही माल बेचेगा।

इस बार दाम और उत्पादन दोनों बेहतर है। जैसे-जैसे दीपोत्सव नजदीक आया है, वैसे-वैसे मंडी में चहल-पहल भी बढ़ने की उम्मीद है। बुधवार को इस सीजन की सर्वाधिक आवक देखने को मिली है। मंडी प्रागंण पूरी तरह से वाहनों के कारण भरा हुआ था।

त्योहारी सीजन के कारण मंडी में भी तेजी देखने को मिली है। मंडी में सोयाबीन की आवक बढ़ गई है। रोजाना 5 हजार से अधिक बोरी की आवक दर्ज की जा रही है लेकिन बीते दो दिन से यह आंकड़ा 8 हजार के आसपास पहुंच गया है।

बुधवार को सीजन की सर्वाधिक आवक दर्ज की गई है। इससे मंडी में हर तरफ पीला सोना यानी सोयाबीन के ढेर लगे हुए हैं।

इससे मजदूर वर्ग को भी दीपावली से पहले अच्छा काम मिल गया है। साथ ही व्यापारियों की भी दीपावली बनती नजर आ रही है।

6300 रुपये तक मिल रहे हैं दाम –

मंडी में सोयाबीन के दाम इस बार भी अच्छे हैं। बुधवार को रिकॉर्ड 7262 बोरी सोयाबीन की आवक दर्ज की गई है। साथ ही भाव भी अच्छे मिल रहे हैं।

बुधवार को सोयाबीन के अधिकतम 6300 रुपये प्रति क्विंटल भाव रहे जबकि सबसे कमजोर क्वालिटी की सोयाबीन के 3450 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से खरीदी हुई।

मॉडल भाव 4980 रुपये प्रति क्विंटल रहा है। मंगलवार की तुलना में बुधवार को मॉडल भाव में 90 रुपये की तेजी देखने को मिली है।

आवक की स्थिति

दिनांक – मॉडल भाव – आवक

13 अक्टूबर – 4780 – 4389

14 अक्टूबर – 5030 – 3865

15 अक्टूबर – 4890 – 4055

17 अक्टूबर – 4890 – 5679

18 अक्टूबर – 4890 – 7423

19 अक्टूबर – 4980 – 7262

कटाई से फ्री हुए किसान, अब आएंगे मंडी में फसल बेचने –

वही अभी आवक अच्छी हो रही है किसान अभी सोयाबीन की फसलो की कटाई से फ़्री हुए अब मंडी की ओर फसलो को बचने के लिए आएंगे – आर वसुनिया, मंडी सचिव (धार)



Related