खाद की किल्लतः किसानों ने किया चक्काजाम, हफ़्तेभर में तीसरी बार प्रदर्शन


दमोह में किसानों का विरोध प्रदर्शन, खाद के लिए काट रहे हैं सोसायटी के चक्कर


विनोद पटेरिया विनोद पटेरिया
उनकी बात Published On :
दमोह के हटा में खाद की मांग को लेकर प्रदर्शन करते हुए किसान


प्रदेश में खाद की समस्या को लेकर किसानों में गुस्सा है। पिछले करीब एक महीने से अधिक से प्रदेश में खाद को लेकर मारामारी जारी है और इस समस्या का हल फिलहाल नहीं नजर आ रहा है। प्रदेश में खाद को लेकर अब तक कई जगह प्रदर्शन हो चुके हैं और यह प्रदर्शन अभी भी जारी हैं।

सोमवार को बुंदेलखंड के दमोह जिले में इसी तरहा का प्रदर्शन हुआ जब खाद की मांग कर रहे सैकड़ों किसानों ने चक्का जाम कर दिया। यह प्रदर्शन जिले की हटा तहसील में हुआ। जहां किसानों ने हटा और बटियागढ़ रोड पर प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन घंटों तक जारी रहा। पिछले एक हफ्ते में यह तीसरी बार है जब किसान खाद की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं।

हटा क्षेत्र में किसान पिछले कई दिनों से किसानों को खाद की किल्लत झेल रहे हैं। खाद नहीं मिलने से नाराज  किसानों ने सोमवार दोपहर को फिर एक बार प्रदर्शन किया है। किसानों ने कृषि उपज मंडी गेट के बाहर हटा बटियागढ़ मार्ग पर चक्का जाम कर दिया और मुख्य सड़क पर प्रदर्शन शुरू कर दिया।

खाद की किल्लत को लेकर हुए इस प्रदर्शन में बड़ी संख्या में किसानों ने हिस्सा लिया। इससे पहले हुए प्रदर्शन में भी स्थिति यही रही लेकिन किसानों के मुताबिक हर बार अधिकारी आश्वासन देकर मामला शांत करवा देते हैं लेकिन खाद की कमी का हल नहीं निकलता।  सोमवार सुबह एक बार फिर किसानों के प्रदर्शन की सूचना पर पुलिस और प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंच गईं थीं।

प्रदर्शन कर रहे किसानों ने बताया कि हटा मंडी में बने डबल लॉक गोदाम से उन्हें तीन दिन पहले खाद के लिए कूपन जारी किए गए थे लेकिन खाद नहीं मिल पा रहा है। किसानों के मुताबिक बोवनी का समय नज़दीक है और उनका समय खाद के लिए लाइन में लगने और सोसायटी के चक्कर लगाने में बीत रहा है।

यहां प्रदर्शन में मौजूद एक किसान ने बताया कि खाद वितरण में अनियमितता भी हो रही है। उन्हें एक तारीख को खाद मिलना थे लेकिन अब तक नहीं मिला है।

ऐसे में अब वे मजबूर हैं और प्रदर्शन कर रहे हैं क्योंकि सरकार उनकी परेशानी को लेकर बेहद ही संवेदनहीन बनी हुई है। किसानों ने बताया कि अगर खाद नहीं मिला तो उन्हें बड़ा नुकसान होगा। का प्रयास कर रहे हैं।

 



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