आरक्षण बचाने के लिए भोपाल में लाखों की भीड़, चंद्रशेखर ने कहा ‘आदिवासी सीएम बनाएंगे’


इस रैली में लाखों की संख्या में लोग पहुंच रहे हैं, करणी सेना के विरोध में हो रही है रैली


DeshGaon
उनकी बात Updated On :

भोपाल। भोपाल में रविवार को प्रदेश के बहुजन और आदिवासी अपनी ताकत दिखाई। इस दौरान भेल दशहरा मैदान पर लाखों की भीड़ रही जो लगातार आरक्षण के सर्मथन में नारे लगाती रही।

रैली को आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने संबोधित किया उन्होंने मंच से वादा किया कि वह मध्यप्रदेश में एक आदिवासी सीएम बनवा कर रहेंगे।

चंद्रशेखर ने कहा कि आजाद समाज पार्टी लगातार लोगों को जगाने का काम करेगी और चुनाव तक कई बार ऐसी रैलियां होंगी जिसके बाद भोपाल में इसी तरह का प्रदर्शन किया जाएगा।

इस दौरान दूसरे राज्यों से भी वक्ता भोपाल पहुंचे और उन्होंने आरक्षण के समर्थन में अपनी-अपनी बात रखी। यह रैली जनवरी में हुई करणी सेना की रैली के विरोध में हुई। जब आरक्षण का विरोध किया गया था और आर्थिक आधार पर आरक्षण लागू करने की मांग की गई थी।

इसके बाद ही भीम आर्मी और आज़ाद समाज पार्टी ने ऐलान किया था कि वे फरवरी में वे आरक्षण बचाने के लिए रैली करेंगे। इसके बाद से ही भोपाल में तैयारियां जारी थी।

इसके पहले…

आजाद समाज पार्टी के नेता सुनील अस्ते ने बताया कि यह रैली आरक्षण के लिए है वे बताते हैं कि पिछले महीने प्रदेश में आरक्षण खत्म करने के लिए एक बड़ी कोशिश की गई है।

उन्होंने बताया कि  ’12 फरवरी 2023 को संत रविदास जयंती के उपलक्ष्य में हमलोग आरक्षण के समर्थन में भोपाल को नीला कर रहे हैं। 15 प्रतिशत सवर्णों पर 85 फीसदी बहुजन भारी थे और रहेंगे। जब जब इस देश का बहुजन समाज एक हुआ है, हमारी जीत हुई है। चाहे वह आजादी की लड़ाई हो चाहे एट्रोसिटी एक्ट की लड़ाई हो। हमने हर लड़ाई को जीता है। 2 अप्रैल के दिन पूरे देश में हमने दिखा दिया की हमारा समाज कितना बड़ा है। 12 फरवरी को एक बार फिर दुनिया बहुजनों की ताकत देखेगी।’

इस प्रदर्शन में आदिवासी संगठनों की भी भागीदारी रही। यहां जयस और ओबीसी के नेता भी पहुंचे। एक तरह से दलित आदिवासी औऱ पिछड़ा समाज इस रैली में एक नज़र आ रहा है। इसके साथ ही बड़ी पार्टी से छिटके हुए दलित आदिवासी नेताओं को भी यहां न्यौता दिया गया। इस तरह आज़ाद समाज पार्टी अपने आप को मजबूत कर रही है।

पार्टी की रैली में आने के लिए हजारों की संख्या में वाहन सड़कों पर नजर आ रहे हैं। इंदौर, देवास, उज्जैन, रतलाम के अलावा सागर, दमोह, जबलपुर से भी बड़ी संख्या में लोग यहां पहुंचे हैं। इस रैली में पांच लाख लोगों के पहुंचने का दावा किया जा रहा है।

इस प्रदर्शन के लिए आजाद समाज पार्टी ने अपनी पच्चीस सूत्रीय मांगें रखी हैं। इनमें अहम जातिगत जनगणना, प्रमोशन में आरक्षण, कॉलेजों में चुनाव प्रक्रिया बहाल करवाने जैसे कई बड़े विषय शामिल हैं। इन सभी मांगों को यहां देखा जा सकता है।

  1. देश में जातिगत जनगणना कराई जाए।
  2. प्रदेश सरकार से प्रमोशन में आरक्षण का कानून बनाया जाए।
  3. आरक्षण को संविधान की नौवीं अनुसूची में शामिल करवाया जाए।
  4. निजीकरण के सहारे आरक्षण समाप्त करने के षड्यंत्र की कोशिशें खत्म की जाएं।
  5. शिक्षा का राष्ट्रीयकरण कर सर्वनाश रोका जाए।
  6. संविधान की प्रस्तावना से सेक्युलर और सोशलिस्ट शब्द हटाने के षड्यंत्र  रोके जाएं।
  7. कमजोर वर्ग के लोगों पर प्रशासन के द्वारा झूठे मुकदमे दर्ज करने से रोका जाए।
  8. केंद्र और राज्य सरकारों से आर्थिक बराबरी का कानून लागू करवाया जाए।
  9. SC/ST एक्ट के तहत मृतक के परिवार को दी जाने वाली क्षतिपूर्ति राशि बढ़ाकर 30 लाख रुपए किया जाए।
  10. मनरेगा की दैनिक मजदूरी को बढ़ाकर न्यूनतम 700 रुपए दी जाए।
  11. मध्यप्रदेश सरकार के शासकीय महाविद्यालयों में चुनाव प्रक्रिया बहाल की जाए।
  12. निजीकरण के नाम पर सरकारी प्रतिष्ठानों को बेचना बंद किया जाए।
  13. OBC की जातिगत जनगणना, 27% आरक्षण लागू किया जाए।
  14. SC/ST, OBC, मुस्लिम अल्पसंख्यक, बहन, बेटियों और बच्चों पर हो रहे अन्याय अत्याचार को रोका जाए।
  15. बेकसूर लोगों के घरों पर प्रशासन द्वारा बुलडोजर चलाने का अन्ययायपूर्ण नियम खत्म किया जाए।
  16. गरीबी रेखा से नीचे आने वाले परिवारों का GST से मुक्त किया जाए।



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