जिले के नागरिकों को तेज़ी से दिया जा रहा आयुष्मान कार्ड का लाभ, हो रही तारीफ़


इसके कारण लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए दिन-रात कार्ड बनाने का काम अभियान  चल रहा है। खेतों-खलिहानों तक कार्ड बनाने के लिए रात में भी कर्मी दुपहिया वाहनों पर लेपटॉप लेकर पहुंच रहे हैं।


आशीष यादव आशीष यादव
धार Published On :
प्रतीकात्मक चित्र

धार। आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए सभी जिलों में मार्च से अभियान चलाया जा रहा है। धार जिले में यह अभियान कलेक्टर आलोक कुमार सिंह इसमें खास रुचि ले रहे हैं। मार्च माह में जिले ने सर्वाधिक कार्ड बनाकर प्रदेश में अव्वल स्थान प्राप्त किया है। इस माह में जिले में कुल एक लाख 98 हजार 41 आयुष्मान कार्ड बने हैं। इसके कार्य के लिए नेशनल हेल्थ अथाॅरिटी ने भी जिले की सराहना की है।

कलेक्टर आलोक कुमार सिंह ने कहा कि जिले को यह उपलब्धि इस कार्य में जुडे लोगोंं की लगन और मेहनत का नतीजा है। आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए एक माह का विशेष अभियान चल रहा है। इधर जिले में गेहूं कटाई का काम शुरु हो गया है। कृषि एवं मजदूर प्रधान धार जिले में इन दिनों इस पेशे से जुड़ी बड़ी आबादी सुबह से लेकर रात तक अपने खेतों में काम चल रहा था जिनकी फसलें कट गई है ऐसे लोग मंडियों में कतारों में लगे हुए हैं। ऐसे में आयुष्मान कार्ड का शत प्रतिशत का लक्ष्य हांसिल करना चुनौती हो गया है। इस चुनौती को जिले के अधिकारियों ने स्वीकार किया है। इसके कारण लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए दिन-रात कार्ड बनाने का काम अभियान  चल रहा है। खेतों-खलिहानों तक कार्ड बनाने के लिए रात में भी कर्मी दुपहिया वाहनों पर लेपटॉप लेकर पहुंच रहे हैं।

12 हजार तक पहुंचा प्रतिदिन का लक्ष्य : आपके द्वार आयुष्मान अभियान के तहत जिले में कार्ड के लिए चिह्नित करें अभियान में शत प्रतिशत का लक्ष्य लेकर दिन-रात ग्राम रोजगार सेवक, कियोस्ककर्मी सहित अन्य विभागों के लोग समन्वय बनाकर गांव-गांव में चौपालों पर और  घर-घर दस्तक दे रहे हैं। जहां एक मार्च से अभियान की शरुआत धीमी गति से हुई थी लेकिन इसके बाद रफ्तार तेज़ हो गई।  शुरुआती चार दिन में महज दो हजार के लगभग कार्ड बने थे फिर यह संख्या प्रतिदिन 5 से 8 हजार तक पहुंची और बाद में  12 हजार तक कार्ड दिन में बनाए गए।

दिक्कतें हुई, हौंसला रखा बरकरार: धार जिले में शत प्रतिशत लक्ष्यहासिल करना एक महत्वपुर्ण उपलब्धि माना जाता है। दरअसल जिले के सुदूर क्षेत्रों में कई ऐसे गांव है जहां आज भी मोबाईल टॉवर की रेंज नहीं मिल पाती है।

वहीं बहुत से ऐसे क्षेत्र है जहां पर लाईट की समस्या बनी ही रहती है। ऐसे क्षेत्रों में पहुचं ने के बाद काम करना चुनौती थी फिर भी वहा जाकर कार्य किया जहां दिन में लाईट नहीं रहती है वहां रात को पहुंच कर कार्ड बनाए जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी धार जिले की इस प्रगति की प्रशंसा की है। पिछले दिनों जब वे धार आए थे तब उन्होंने इसकी जानकारी कलेक्टर आलोक सिंह से ली थी।

 

आयुष्मान कार्ड प्रत्येक व्यक्ति के लिए बीमार होने के दौरान उपचार की गारंटी का कार्ड है। प्रत्येक व्यक्ति की स्वास्थ्य-सुरक्षा सुनिश्चित हो, वही आयुष्मान कार्ड की तारीख आगे बढ गई है तो बचे हुए हितग्राहियों के भी कार्ड बनाए जाएंगे कोई भी पात्र व्यक्ति शासन की योजना से वंचित नहीं रहे।

आशीष वशिष्ठस, सीईओ, जिला पंचायत धार



Related