सैकड़ों जानें लेने वाला इंदौर-मुंबई रोड पर गणेश घाट है ब्लैक स्पॉट, अब धार पुलिस प्रशासन कर रहा है हादसे रोकने की कोशिश


कल रात वाहनों के टकराने के बाद लगी थी आग तीन मौत के बाद NH अधिकारी व एसपी सुबह पहुँचे मोके पर


आशीष यादव आशीष यादव
धार Published On :

इंदौर से मुंबई की ओर जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग जिसे आगरा मुंबई रोड कहते हैं वहां पर गणेश घाट मौजूद है। पहाड़ों से घिरा एक घुमावदार क्षेत्र जहां गुरुत्वाकर्षण के कारण अक्सर भारी वाहनों के ब्रेक काम करने बंद कर देते हैं और ऐसे में ही दुर्घटनाएं होती हैं। यहां शायद ही कोई दिन गुजरता हो जब कोई हादसा न होता हो।

सोमवार रात यहां एक हादसा हुआ जिसके बाद वाहनों में आग लग गई। इसके बाद मंगलवार शाम भी यहांदुर्घटना हुई जिसमें दो लोगों की मौत हो गई। हर बार की तरह राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण से जुड़े कुछ सरकारी अधिकारी यहां निरीक्षण के लिए पहुंचे और फिर एक रिपोर्ट बनाकर लौट आए। वर्षों से होते आ रहे इन हादसों के बाद भी इसे लेकर अब तक कोई ठोस हल नहीं निकाला जा सका है। अब इन हादसों के कारणों को लेकर धार एसपी व एनएचएआई अफसर और ट्रैफिक पुलिस सेफ्टी टीम ने भी इस इलाके का दौरा किया और इसकी वजह जानने की कोशिश की। इन अधिकारियों ने बताया कि हादसे की स्थिति में सबसे ज्यादा स्थानीय पुलिस और प्रशासन को ही इंतज़ाम करने होते हैं ऐसे में बेहतर है कि वे इसे खुद दुरुस्त करने की कोशिश करें।

एसपी धार मनोज सिंह ने बताया कि गणेश घाट सबसे बड़ा ब्लैक स्पॉट है। उन्होंने 15 दिन पहले ही संबंधित विभाग के अफसरों की एक बैठक भी आयोजित की थी और रोड का काम जल्दी पूरा करने पर चर्चा की गई थी। दरअसल में इस घाट पर ढलान ही हादसों का कारण माना जाता है और अक्सर इंदौर की ओर से आने वाले वाहनों के ब्रेक फेल हो जाते हैं या वाहन अनियंत्रित हो जाते हैं। कल हुए हादसे में एक ट्राले के ब्रेक पर होने से वह अनियंत्रित होकर डिवाइडर को क्रॉस करते हुए दूसरी लाइन में जा घुसा और अन्य वाहनों को भी चपेट में ले लिया। एक-एक कर 6 वाहनों में भीषण आग लग गई। एक व्यवसायी सहित तीन लोगों की मौत हो गई। एसपी ने बताया कि हादसे में राहगीरों की मदद से रेसक्यू टीम ने 9 लोगों की जान बचा ली। हादसे में घायलों का उपचार चल रहा है।

मौके पर मौजूद पुलिस प्रशासन के अधिकारी

उधर हादसे के बाद राऊ खलघाट फोरलेन पर वाहनों का लंबा जाम लग गया था। ग्रामीणों ने बताया कि हादसे के वक्त कार और ट्राले के अंदर कुछ लोग थे। धामनोद पुलिस और फायर वाहनों की मदद से आग पर काबू पाया गया। हादसे के दौरान घाट चढ़ रहे एक ट्रक क्लीनर फैजान ने बताया कि टक्कर के बाद पता नहीं कैसे वह बचकर निकल आया। उसे घायल अवस्था में धामनोद अस्पताल पहुंचाया गया है। गाड़ी का ड्राइवर अंदर ही फंसा रह गया था। हादसे में कार सवार होटल व्यवसायी राकेश साहनी इंदौर, जितेंद्र जाट पिता बसंती लाल मानपुर व एक अन्य की मौत हो गई, जबकि घायल नरेश जादव (40) को इंदौर रैफर किया गया। अन्य घायलों के नाम अनिका पिता विष्णु गायकवाड (8), शहजाद तनवीर (30) जम्मू का निवासी हैं जिनका इलाज चल रहा है। घटना जिसने भी देखी, वह सहम गया। कई लोगों ने एनएचएआइ के जवाबदारों पर एफआईआर की मांग की है।

लोगों को करेंगे जागरूक: बता दें कि बीती रात हुई दुर्घटना के बाद जिम्मेदार वहा पहुँचे ओर दुर्घटना को रोकने के लिए जागरूकता लाने की बात की वही मार्ग के पहले बड़े-बड़े फ्लेक्सों के माध्यम से लोगों को जानकारी दी जाएगी क्या आगे दुर्घटना स्थल है इसको लेकर वाहन धीरे चलाएं वह दुर्घटना होने वाले मार्ग पर सड़क के बीच मजबूत जाली लगाई जाएगी जिससे वहां इधर के वाहन उधर ना जाए जिसको लेकर भी NH को निर्देशित किया है। यहां मजबूत सेफ्टी रेलिंग, रंबल स्ट्रिप लगाने, अनाउंस सिस्टम भी बनाने की तैयारी है। जिससे दुर्घटना को रोकने के प्रयास किया जाएगा। इसके अलावा हाइवे पेट्रोलिंग भी की जाएगी। दुर्घटना स्थल पर एक एंबुलेंस ओर फायर ब्रिगेड रखा जाएगा जिससे दुर्घटना के वक्त मदद पहुंचाने में ज्यादा समय न लगे। पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह ने गणेश घाट में निरीक्षण के दौरान एसडीओपी मोनिका सिंह, पीडब्ल्यूडी के कार्यपालन यंत्री जयदेव गौतम, जिला परिवहन अधिकारी हिदेश यादव, धामनोद थाना प्रभारी समीर पाटीदार, यातायात प्रभारी सुबेदरा रोहित निक्‍कम के साथ एनएसएआई के अधिकारी मौजूद थे।



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