पहली बरसात में खेतों में डाल चुके हैं बीज, अब बारिश के इंतजार में मुरझा रहे किसानों के चेहरे


यदि आगामी दिनों में बारिश नहीं हुई तो किसानों को आर्थिक मार झेलनी पड़ेगी और बारिश नहीं होने की स्थिति में दोबारा खर्च कर बोवनी करना पड़ेगी। पहले ही किसान लगातार दो-तीन साल से सोयाबीन की सही उपज नहीं मिल पाने की वजह से परेशान हैं।


आशीष यादव आशीष यादव
धार Updated On :
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धार। पहले ही किसान कोरोना महामारी से परेशान हैं और अब बारिश नहीं होने से वे ज्यादा परेशान नजर आ रहे हैं। किसानों की आस बारिश नहीं होने से टूटती नजर आ रही है। ग्रामीण व ज़िले में किसान जिन्होंने पहली बरसात में खेतों में बुवाई कर दी थी, अब उनकी फसलें पानी के लिए तरस रही हैं।

जिले में पिछले एक सप्ताह से ज्यादा से बरसात नहीं होने के कारण किसानों के चेहरे मुरझाए हुए हैं। बारिश के इंतजार में किसान आस लगाकर बैठे हैं। लाखों रुपये लगाकर किसानों ने अपने खेतों में जोताई करके बीज डाला है, लेकिन बरसात के अचानक साथ छोड़ जाने से किसान मायूस दिखाई दे रहे हैं।

यदि आगामी दिनों में बारिश नहीं हुई तो किसानों को आर्थिक मार झेलनी पड़ेगी और बारिश नहीं होने की स्थिति में दोबारा खर्च कर बोवनी करना पड़ेगी। पहले ही किसान लगातार दो-तीन साल से सोयाबीन की सही उपज नहीं मिल पाने की वजह से परेशान हैं।

किसान बोले- पहले वाली फसल मुरझाने लगी हैं –

किसानों के अनुसार खेतों में बोवनी की है। कई किसानों ने सोयाबीन बोई थी। वह उगकर खेतों से बाहर हो गई और कई की अभी उगना बाकी हैं। अगर बारिश नहीं हुई तो धूप और गर्मी व तेज हवा से जो धरती का गीलापन है वह भी खत्म हो जायेगा व फसलें बेजान और मुरझाने लगेंगी।

किसान पिछले कई सालों से प्राकृतिक प्रकोप की मार सहन कर रहे हैं। इस बार मानसून की बेरुखी से अब किसान की हालत और दयनीय हो जाएगी। एक तरफ पहले ही किसान लॉकडाउन से परेशान हैं और दूसरी तरफ बारिश नहीं होने से।

कुछ दिन लगातार हुई बारिश के अचानक थम जाने से अन्नदाता की चिंता बढ़ गई है। लगभग सभी जगह अंकुरित हो चुकी बोई गई सोयाबीन पर सप्ताह भर से थम चुकी बारिश के कारण संकट मंडराने लगा है।

हालात यह हैं कि अब रबी की फसल का महंगा बीज बोकर बारिश के इतंजार में रुके किसानों को इस बात की चिंता सता रही है कि यदि आगामी दिनों में सोयाबीन सहित अन्य उपज को पानी नहीं मिल पाया तो वह खराब हो जाएगी और किसानों को बड़ा नुकसान उठाना पड़ेगा।

दिन का तापमान बढ़ा –

मौसम विभाग के अनुसार फिलहाल मौसम में बहुत बदलाव आ रहे हैं। दिन में तेज गर्मी हो रही है। आगामी दो-चार दिन यथावत ही मौसम रहेगा। वहीं, 5 से 6 जुलाई के बाद थोड़ा बदलाव आएगा। प्रदेश के कई हिस्सों में तेज हवा, आंधी और गरज-चमक की स्थिति बनेगी।

फिलहाल तापमान के बदलाव की भी कोई गुंजाइश नहीं है। ऐसे में अभी मौसम शुष्क ही रहेगा। भोपाल मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि फिलहाल मौसम में बदलाव की कोई गुंजाइश नहीं है।

किसान बोले- फसल खराब हुई तो बीज भी नहीं मिलेगा

वैसे यह प्राकृतिक व्यवस्था है, लेकिन उपज को यदि पानी नहीं मिला तो किसानों को दोहरी मार पड़ेगी। फसल खराब हुई तो बीज खरीदने की स्थिति में भी किसान नहीं हैं और अच्छा बीज भी नहीं मिलेगा।

– कमल यादव, किसान

बारिश नहीं हुई तो मुश्किल हो जाएगी

अधिकांश जगह सोयाबीन बोवाई की गई है। वहां जमीन सूखना शुरू हो गई है। गहरी मिट्टी वाली उपज में दिक्कत नहीं है, लेकिन ऊपरी सतह पर उगी हुई उपज को ज्यादा संकट है। यदि बारिश नहीं हुई तो मुश्किल हो जाएगी।

– गोपाल गारिया, बिलोदा



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