कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर छह फरवरी को धरना-प्रदर्शन व निकलेगा जुलूस


इंदौर संभाग के सभी किसान संगठनों द्वारा 6 फरवरी को दोपहर एक बजे तहसील कार्यालय पीथमपुर के समक्ष धरना दिया जाएगा और दोपहर दो बजे यहां से जुलूस निकलकर मराल इंडस्ट्रीज के सामने पहुंचेगा, जहां पर किसानों-मजदूरों की सभा होगी।


DeshGaon
इन्दौर Published On :
kisan-andolan

इंदौर। इंदौर संभाग के सभी किसान संगठनों द्वारा 6 फरवरी को दोपहर एक बजे तहसील कार्यालय पीथमपुर के समक्ष धरना दिया जाएगा और दोपहर दो बजे यहां से जुलूस निकलकर मराल इंडस्ट्रीज के सामने पहुंचेगा, जहां पर किसानों-मजदूरों की सभा होगी।

अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति और अखिल भारतीय किसान मोर्चा के आह्वान पर केंद्र सरकार द्वारा लाए गए विवादित कृषि कानूनों को वापस लेने और एमएसपी की गारंटी की मांग को लेकर चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में 6 फरवरी को देशव्यापी चक्का जाम और प्रदर्शन की घोषणा की गई है।

इसी के तहत मेधा पाटकर, डॉ. सुनीलम के आह्वान पर किसान संघर्ष समिति के मालवा-निमाड़ संयोजक रामस्वरूप मंत्री, सचिव दिनेश सिंह कुशवाह तथा पीथमपुर के मजदूर नेता विजय शर्मा ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि पीथमपुर के प्रदर्शन में बड़ी संख्या में इंदौर, धार, पीथमपुर और आसपास के इलाकों के मजदूर और किसान भागीदारी करेंगे।

यह प्रदर्शन किसान संघर्ष समिति, किसान खेत मजदूर संगठन, एटक, प्रतिभा मजदूर यूनियन, जनता श्रमिक संघ सहित विभिन्न संगठनों द्वारा आयोजित किया गया है। प्रदर्शन में प्रमुख रूप से एसके दुबे, रूद्र पाल यादव, प्रमोद नामदेव, हरिओम सूर्यवंशी, अजय यादव, छेदीलाल यादव, रामस्वरूप मंत्री, भरत सिंह यादव, उमाकांत मिश्रा, प्रसन्ना मंडोलिया आदि शरीक होंगे।

मंत्री ने बताया कि पिछले 71 दिनों से दिल्ली की सीमाओं पर किसान अपनी मांगों को लेकर शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन सरकार अपनी हठधर्मिता पर अड़ी हुई है। दूसरी तरफ किसानों के साथ दुश्मनों से भी ज्यादा दुष्टता का व्यवहार करती दिखाई दे रही है।

छह फरवरी 2021 को पूरे देश के किसान सड़कों पर उतरकर तीन किसान विरोधी कानून निरस्त करो, तथा सभी कृषि उत्पाद की खरीदी समर्थन मूल्य पर करो, समर्थन मूल्य पर खरीदी का कानून बनाओ, आंदोलन स्थल पर बिजली-पानी तथा इंटरनेट की सुविधाएं बहाल करो की मांग रखेगा।
पीथमपुर के अलावा इंदौर के सिमरोल में भी दोपहर बारह बजे किसानों और खेत मजदूरों की सभा और प्रदर्शन होगा।



Related