लाडली 2.0 का शुभारंभ, IIT, IIM और NEET परीक्षा पास करने वालीं छात्राओं को पाथ फाउंडेशन से मिलेगा पुरुस्कार


पाथ फाउंडेशन के नितिन अग्रवाल ने घोषणा की कि जो भी कन्या मेडिकल, आईआईटी, आईआईएम व नीट आदि की परीक्षा पास कर प्रवेश लेंगी उन्हें पाथ फाउंडेशन द्वारा ग्यारह हजार रूपये का नकद पुरस्कार दिया जाएगा।


अरूण सोलंकी अरूण सोलंकी
इन्दौर Updated On :

महू (इंदौर)। प्रदेश सरकार की लाड़ली लक्ष्मी योजना 2.0  का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर छात्राओं  का पूजन कर विभिन्न प्रतियोगिताओं की विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। इसके साथ ही  परिवार नियोजन  योजना को अपनाने वाले दंपतियों का सम्मान किया गया।

हाई स्कूल स्टेडियम में रविवार की शाम को  लाडली लक्ष्मी उत्सव मनाया गया। इस उत्सव में पूरी तहसील की सभी आंगनवाड़ियों  की बालिकाओं को उनके परिजनों सहित आमंत्रित किया गया था। जिसमें करीब दो हजार से ज्यादा कन्याओं, बालिकाओं, परिजनों तथा आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।

कार्यक्रम में पहुंचे अतिथि और शासकीय अधिकारी

यहां पर एसडीएम अक्षत जैन ने योजना की जानकारी दी तथा बताया कि इस उत्सव का उद्देश्य  लाड़ली लक्ष्मी योजना को बढ़ावा देने, बालिकाओं को शिक्षित करने तथा परिवार नियाेजन योजना को बढ़ावा देना तथा इसमें सहयोग करने वालों का सम्मान करना है।

महू तहसील में इक्कीस हजार से ज्यादा परिवार लाड़ली लक्ष्मी योजना का लाभ ले चुके हैं जो कि जिले में सबसे ज्यादा हैं। इस मौके
पर  पाथ फाउंडेशन के नितिन अग्रवाल ने घोषणा की कि जो भी कन्या मेडिकल, आईआईटी, आईआईएम व नीट आदि की परीक्षा पास कर प्रवेश लेंगी उन्हें पाथ फाउंडेशन द्वारा ग्यारह हजार रूपये का नकद पुरस्कार दिया जाएगा यह योजना प्रतिवर्ष रहेगी।

कार्यक्रम में चार कन्याओं का पूजन किया गया इसके बाद अतिथियों ने खेल प्रतियोगिताओं की विजेताओं काे पुरस्कार प्रदान किए इस मौके पर कुछ ऐसे दंपतियों का भी सम्मान किया गया। जिनकी पहली संतान लड़की होने के बाद उन्होंने परिवार नियोजन को अपनाया। अतिथि के रूप में छावनी परिषद के नामित सदस्य शिव शर्मा, एड. शेखर बुंदेला, भाजपा नगर अध्यक्ष पीयुष अग्रवाल आदि मौजूद रहे।

इसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा भोपाल से लाड़ली लक्ष्मी योजना 2.0 का शुभारंभ हुआ। इसका सीधा प्रसारण महू के कार्यक्रम स्थल पर भी देखा गया। कार्यक्रम में तहसीलदार अभिषेक शर्मा, रेखा शर्मा, एके हजारी आदि शासकीय अधिकारी मौजूद रहे।



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