पुलिस ने मुंबई से एक और ड्रग तस्कर को पकड़ा, अजमेर से मिला था सुराग 


क्राइम ब्रांच ने 70 करोड़ के एमडी ड्रग मामले में एक और आरोपी वसीम उर्फ़ बिल्ला खान को मुंबई से गिरफ्तार किया। आरोपी कई सालों से मादक पदार्थों की अवैध गतिविधियों में लिप्त है।


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इन्दौर Updated On :
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इंदौर। क्राइम ब्रांच ने 70 करोड़ के एमडी ड्रग मामले में एक और आरोपी वसीम उर्फ़ बिल्ला खान को मुंबई से गिरफ्तार किया। आरोपी कई सालों से मादक पदार्थों की अवैध गतिविधियों में लिप्त है।

यह तस्कर अजमेर से गिरफ्तार हुए कुड़ी बाबा और रज्जाक को ड्रग सप्लाई करता था। इस मामले में अब तक 21 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। क्राइम ब्रांच ने पांच जनवरी को हैदराबाद व इंदौर के पांच ड्रग्स तस्करों को पकड़ा था।

इनसे 70 करोड़ रुपये कीमत की एमडी ड्रग बरामद हुई थी और इनके खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा विवेचनाधीन है। पुलिस रिमांड में इन गिरफ्तार तस्करों ने कई लोगों के इस मामले से जुड़े होने की जानकारी दी।

देखिये VIDEO, आरोपी की गिरफ्तारी पर क्या बोले आईजी हरिनारायण चारी मिश्रा – 

जांच दल ने महाराष्ट्र, राजस्थान, गुजरात और मध्यप्रदेश के कई शहरों में इस मामले में दबिश देकर अब तक ड्रग की खरीदी, बिक्री व तस्करी से जुड़े करीब दो दर्जन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

इस मामले में अजमेर से गिरफ्तार दो तस्कर भाइयों से कड़ी पूछताछ की गई। दोनों तस्करों ने मुंबई के तस्करों से ड्रग खरीदना बताया था, जिसके संबंध गुजरात में होना पाए गए। क्राइम ब्रांच ने टीम को गुजरात रवाना किया, लेकिन जैसे ही टीम गुजरात पहुंची आरोपी महाराष्ट्र भाग गया।

आरोपियों की तलाश में क्राइम ब्रांच की टीम गुजरात से सीधे मुंबई के लिए रवाना हुई। उसे वहां से वसीम उर्फ बिल्ला खान पिता खालिद खान को गिरफ्तार करने में सफलता मिली।

वसीम ने प्रारंभिक पूछताछ में क्राइम ब्रांच को बताया कि वह पहले फुटपाथ पर कपड़े बेचने का काम करता था। कुछ दिनों तक मुंबई के फिनिक्स मॉल में भी कपड़े की दुकान पर काम किया। उसके बाद वह दुबई में सॉफ्टवेयर कंपनी में नौकरी करने चला गया जहां पर जनरल अकाउंटेंट था।

2019 में वापस मुंबई आकर जूते-चप्पल का व्यापार करने लगा। उसने बताया कि वह गांजा, चरस व अन्य मादक पदार्थों का नशा करने का आदी था। वह अजमेर शरीफ दरगाह जाता रहता था, जहां पर उसकी पहचान कुड़ी बाबा और खुर्शीद तथा उसके भाई रज्जाक से हुई जो कि वहां पर धूनी लगाकर एमडी ड्रग्स का नशा करते थे।

आने वाले आगंतुकों को भी नशे के लिए एमडी ड्रग एवं अन्य मादक पदार्थ उपलब्ध कराते थे। आरोपी वसीम की पहचान अजमेर के तस्करों से हुई। अजमेर के रहने वाले खुर्शीद और रज्जाक भी कभी-कभी मुंबई में पीर साहब सैलानी की दरगाह पर आते थे। अतः वह लोग ड्रग साथ में लाते थे।

कई बार ड्रग की आवश्यकता होने पर वसीम ड्रग्स की व्यवस्था करवाता था। उसने मुंबई के कई अन्य ड्रग तस्करों के बारे में क्राइम ब्रांच को सुराग दिए, जिन पर कार्यवाही जारी है।



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