महूः डेढ़ सौ साल पुराने रेलवे पुल को ढहाने में मशीनों को भी लग गए तीन घंटे


छोटी लाइन का यह पुल करीब डेढ़ सौ साल से ज्यादा पुराना है। इस पुल के सोलह मीटर भाग को सुबह नौ बजे से तोड़ने का काम शुरू किया गया जो दोपहर बारह बजे तक चला। इसके बाद तीन बजे तक मलबा हटाया गया।


अरूण सोलंकी अरूण सोलंकी
इन्दौर Published On :
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महू। महू रेलवे स्टेशन विस्तारीकरण का काम तेज गति से किया जा रहा है। इसी कड़ी में सोमवार को डेढ़ सौ साल पुराने सोलह मीटर लंबे गुजरखेड़ा रेलवे पुल को तोड़ने में मशीनों को भी करीब तीन घंटे लगे। यहां बड़ी रेलवे लाइन डाली जाएगी और इसके लिए सोमवार को आठ घंटे का मेगा ब्लॉक लिया गया था।

महू रेलवे स्टेशन व विस्तारीकरण के लिए रेलवे पिट रोड स्थित रेलवे पुल को सोमवार को तोड़ा गया। छोटी लाइन का यह पुल करीब डेढ़ सौ साल से ज्यादा पुराना है। इस पुल के सोलह मीटर भाग को सुबह नौ बजे से तोड़ने का काम शुरू किया गया जो दोपहर बारह बजे तक चला। इसके बाद तीन बजे तक मलबा हटाया गया।

जानकारी के अनुसार, छोटी लाइन पर शल्टिंग के लिए आठ घंटे का मेगा ब्लॉक लिया गया। ध्वस्त किया पुल चार मीटर ऊंचा और तीन मीटर चौड़ा था जो पत्थर के ऐरन से बनाया गया था। यह पुल इतना पक्का था कि हाइड्रोलिक मशीन से तोड़ने में इसे तीन घंटे का समय लगा।

इस पुल पर अब आने वाले समय में बड़ी लाइन डाली जाएगी तब तक छोटी लाइन से ही काम चलाया जाएगा क्योंकि इंदौर की ओर मीटरगेज लाइन पर रेल का संचालन पूरी तरह बंद हो गया है। सिर्फ महू से चोरल तक ही यह संचालित हो रही है।

इसके लिए शल्टिंग के लिए यहां तक की रेलवे लाइन का उपयोग किया जाता है। यहां मौजूद रेलवे अधिकारियों के अनुसार यह पूरा काम एक दिन में पूरा करना है ताकि मीटरगेज की लाइन में कोई समस्या ना हो।



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