नरसिंहपुरः जून में हुई अतिवृष्टि से 1869 मकान हुए क्षतिग्रस्त, भेजा गया मुआवजे का प्रस्ताव


सर्वेक्षण दलों ने तहसीलवार अपना-अपना प्रतिवेदन 4 जुलाई को सक्षम अधिकारी के समक्ष प्रस्तुत किया था। वास्तविक क्षति की जानकारी सर्वेक्षण के पश्चात यथाशीघ्र प्रेषित की जायेगी।


ब्रजेश शर्मा ब्रजेश शर्मा
नरसिंहपुर Published On :
damage calculation in heavy rain

नरसिंहपुर। जून के अंतिम हफ्ते में जिले में हुई अतिवृष्टि व बाढ़ से जिले भर के 1869 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। ऐसा आंकलन जिला प्रशासन ने किया है और इसके लिए मुआवजे का प्रस्ताव राज्य शासन को भेजा गया है।

जिले में 26 और 27 जून को हुई अतिवृष्टि व बाढ़ से हुए नुकसान का जायजा लेने के निर्देश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिए थे। इसके बाद कलेक्टर ऋजु बाफना के निर्देशन में राजस्व अमले ने जिले की सभी तहसीलों के नगरीय व ग्रामीण इलाकों में सर्वेक्षण कराया था।

टीमों ने 4 जुलाई को क्षतिपूर्ति का आंकलन पूरा कर अपनी रिपोर्ट जिला प्रशासन को सौंपी थी जिसके बाद मुआवजा के लिए प्रस्ताव शासन को भेजा गया है।

जिला कलेक्टर ऋजु बाफना ने बताया कि जिले में आंशिक, गंभीर व पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त मकानों की संख्या 1869 पाई गई है। नरसिंहपुर तहसील में 238 मकान आंशिक क्षति, 6 मकान गंभीर क्षति, 1 मकान पूर्ण क्षतिग्रस्त मिला है।

करेली तहसील में 919 मकान आंशिक क्षति, 100 मकान गंभीर क्षति, 69 मकान पूर्ण क्षति, गोटेगांव में 78 मकान आंशिक क्षति, गाडरवारा में 308 मकान आंशिक क्षति, तेंदूखेड़ा में 59 मकान आंशिक, 3 मकान गंभीर क्षति, 3 मकान पूर्ण क्षति, साईंखेड़ा में 85 मकान क्षतिग्रस्त पाए गए हैं।

इसी तरह मकान में जलभराव के कारण खाद्यान्न क्षति के 1235 प्रकरण नरसिंहपुर में, 1437 प्रकरण करेली को मिलाकर कुल 2847 प्रकरण बनाए गए हैं।

सर्वेक्षण दलों ने तहसीलवार अपना-अपना प्रतिवेदन 4 जुलाई को सक्षम अधिकारी के समक्ष प्रस्तुत किया था जिसके बाद कलेक्टर की संस्तुति के बाद मुआवजा राशि का प्रस्ताव 5 जुलाई को अपर कलेक्टर दीपक कुमार वैद्य ने राहत आयुक्त भोपाल को प्रस्ताव भेजा है। वास्तविक क्षति की जानकारी सर्वेक्षण के पश्चात यथाशीघ्र प्रेषित की जायेगी।



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