लोकसभा चुनाव 2024ः सिवनी-शहडोल में राहुल गांधी की सभा; दोहराया घोषणापत्र, युवाओं को एक लाख रुपए देने का ऐलान


राहुल ने कहा हमारी सरकार आदिवासियों को जमीन, जल और जंगल का अधिकार देगी


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लोकसभा चुनाव 2024 Published On :

मप्र में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने चुनावी अभियान की शुरूआत की। राहुल ने सिवनी जिले के धनौरा और शहडोल जिले में सभा को संबोधित किया। यहां उन्होंने केंद्र सरकार और भाजपा पर जमकर हमला बोला। राहुल ने यहां कांग्रेस के घोषणा पत्र के वादे भी दोहराए। उन्होंने आदिवासी समाज को साधने की कोशिश भी की। हालांकि इसके बाद राहुल शहडोल में ही रुकना पड़ा, इसकी वजह उनके हैलिकॉप्टर का फ्यूल खत्म हो गया और खराब मौसम के चलते फ्यूल आने में परेशानी हुई और फिर उन्हें शह़डोल की ही एक निजी होटल में रुकना पड़ा।

सिवनी में अपनी सभा के दौरान राहुल ने कई मुद्दों को उठाया। उन्होंने बेरोजगारी और किसानों के मुद्दे तो उठाए ही इसके साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा कॉर्पोरेट को जनता के उपर रखने का आरोप भी लगाया। राहुल गांधी ने कहा कि मैंने पता लगाया कि हिंदुस्तान की सबसे बड़ी कंपनियों में उनमें मालिक आदिवासी कितने हैं, हिंदुस्तान की दो सौ बड़ी कंपनियों की लिस्ट निकालो आपको वहां एक आदिवासी नाम नहीं मिलेगा। यहां प्रेस के मित्र हैं, मीडिया की लिस्ट, टीवी पर एंकर हैं उनमें एक आदिवासी नहीं है। कॉरपोरेट सेक्टर में एक आदिवासी नहीं मिलेगा। हिंदुस्तान की सरकार 90 अफसर चलाते हैं तो मैंने पता लगाया कि 90 अफसरों में केवल एक अफसर और आपकी आबादी 8 प्रतिशत है लेकिन देश में आपकी भागीदारी नहीं है। यदि 100 रू. खर्च होता है तो आदिवासी अफसर की 10 पैसे की आपकी भागीदारी है। यह लड़ाई है, यह फर्क है भाजपा और कांग्रेस में। हम कानून लाये, पेसा कानून लाये, जमीन अधिग्रहण बिल लाये, ट्राइबल बिल लाये आपको अपना अधिकार देने के लिए।

राहुल ने कहा कि कांग्रेस आपको आदिवासी कहती है और भाजपा, नरेन्द्र मोदी, अमित शाह आपको वनवासी कहती है। आदिवासी मतलब इस देश की जमीन के पहले मालिक जिनका जमीन पर, जल पर, जंगल पर और देश के धन पर पहला हक बनता है। वनवासी का मतलब वो लोग जो जंगल में रहते हैं। वनवासी शब्द के पीछे एक विचारधारा है। जो आपका इतिहास है, आपकी भाषा है आपके जीने का तरीका है उसको ये लोग मिटाने की कोशिश करते है। भाजपा की सोच है वनवासियों को न जमीन का न जल का अधिकार मिलना चाहिए। आदिवासियों का मतलब आप देश के मालिक हो और आदिवासियों का देश की जमीन, जल और धन पर अधिकार बनता है। ये विचारधारा की लड़ाई है देश में आपकी जगह कहां होना चाहिए उस बात की लड़ाई है।

राहुल गांधी ने कहा कि इंदिरा गांधी जी और कांग्रेस पार्टी की सरकारों ने आपको अपनी जमीन वापिस दी, जमीन का हक आपको दिया और यह हम करते रहे हैं। भाजपा को जहां भी मौका मिलता है आदिवासियों की जमीन छीन कर अदानी और अंबानी के नाम कर देते हैं। आदिवासी युवा पर भाजपा के लोग पेशाब कर रहे हैं और वीडियो बनाकर उसे वायरल कर रहे हैं, यह उनकी विचारधारा है। चुनाव का समय है हमने अभी मेनिफेस्टो बनाया, हमने उसमें तीन, चार क्रांतिकारी काम आदिवासी वर्ग के लिए किये हैं। जिससे आपकी जिंदगी हमेशा के लिए बदल जायेगी।

 

कांग्रेस के मेनिफेस्टो पर बोलते हुए राहुल गांधी ने कहा कि सबसे पहले हिंदुस्तान के जो गरीब लोग है और उसमें बहुत सारे आदिवासी, दलित और पिछड़े वर्ग के हैं। हर एक गरीब परिवार को उसमें से हम एक महिला को चुनेंगे और उस महिला के बैंक अकांउट में साल के एक लाख रूपये हम डालेंगे। यानि हर महीने महिला के बैंक अकाउंट में हजारों रूपये देंगे। आशा और आंगनबाडी महिलाएं आदिवासी, पिछडे वर्ग दलित को जो आज पैसा मिलता है कांग्रेस की सरकार बनने के बाद उस पैसे को दोगुना किया जायेगा।

युवाओं को लेकर राहुल गांधी ने कहा कि मप्र में देश से सबसे ज्यादा बेरोजगारी है। नरेन्द्र मोदी ने नोटबंदी की, अदानी अंबानी के व्यवसाय बचे हैं और छोटे व्यवसाय बंद होते जा रहे है। युवा कहते हैं हमें रोजगार चाहिए तो रोजगार कैसे मिलेगा। हिंदुस्तान की सरकार में तीस लाख सरकारी भर्तियां हैं, लेकिन भाजपा के लोग आपको भर्ती नहीं करते। मजदूरी करवाते हैं, आपसे मजदूरी करवाते हैं, कांट्रेक्ट पर नौकरी देते हैं।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार बनने पर ये तीस लाख नौकरी आपके हवाले कर देंगे। अमीर घर के बच्चे अप्रेंटिसशिप कर रोजगार पाने से पहले अलग अलग कंपनियों में जाकर ट्रेनिंग लेते हैं और ट्रेनिंग के लिए इनको पैसे मिलते हैं। मनरेगा के तहत हमने 100 दिन का रोजगार सालों पहले योजना लाकर गरीबों को रोजगार दिया। हिंदुस्तान के हर युवा को एक साल की और साल का एक लाख रूपये और एक साल का अप्रेंटिसशिप का अधिकार हम आपको देने जा रहे हैं। यदि वह अच्छा काम करेगा तो वहीं उसको नौकरी भी मिलेगी। पेपर लीक के खिलाफ सख्त कानून बनाया जायेगा।

प्रधानमंत्री किसान बिल लाये, लाखों किसान सड़कों पर उतरे और किसानों ने कानून का विरोध किया। किसान चाहता है कि हमें फ्री गिफ्ट नहीं चाहिए, हम जो खून पसीने से उगाते हैं उसका सही दाम चाहिए। हमने अपने घोषणा पत्र में बताया कि किसानों का कर्जा माफ होगा और न्यूनतम समर्थन मूल्य पर अनाज मिलेगा। नरेन्द्र मोदी जी किसानों के लिए जो फसल बीमा योजना लाये हैं उसका पूरा पैसा 16 कंपनियों को जाता है। हम नई योजना लायेंगे और आपकी बीमा राशि हम तीस दिन के अंदर दिलवायेंगे, ये हमारे वादे है। और भी वायदे हैं लेकिन ये हमारे सबसे बड़े वादे है। उन्होंने कहा कि युवा हमसे कहते थे राहुल जी हमने सालों नौकरी की तैयारी की, ट्यूशन का पैसा दिया, जिस दिन एग्जाम होता है उस दिन हमें पता लगता है कि बच्चों ने पैसा देकर पेपर खरीद लिया हम इसे बंद करेंगे।

आदिवासियों के लिए

छठवें शिडूल के बारे में बताते हुए श्री राहुल गांधी ने कहा कि जो लोकल सरकार होती है वह ही वहां के सभी निर्णय लेती हैं। हमने निर्णय लिया है कि आदिवासियों को दिल्ली से नहीं, भोपाल से नहीं चलाया जायेगा, लोकल एरिया पर आदिवासियों की सरकार को चलाया जायेगा। आदिवासियों की जहां भी 50 प्रतिशत से ज्यादा आबादी है, वहां की सरकार यह निर्णय जारी करेगी कि आपको दिल्ली से कोई निर्णय लेने की आवश्यकता नहीं है। अजा, अजजा की स्कालरशिप को हम दोगुना करने जा रहे हैं। जहां भी सरकारी नौकरियां होती हैं वहां कांट्रेक्ट पर लिया जाता है, और जब भी चाहते हैं बाहर कर दिया जाता है। हमने निर्णय लिया है कांट्रेक्ट की नौकरियों को हम बंद कर देंगे और परमानेंट नौकरी आपको दी जायेगी। आदिवासियों के जमीनों के हक हम एक साल के अंदर देंगे।

इस मौके पर पीसीसी प्रमुख जीतू पटवारी, मंडला और शहडोल लोकसभा संसदीय क्षेत्र के प्रत्याशी ओमकार मरकाम और फुंडेलाल मार्कों, मप्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार , पूर्व केंद्रीय मंत्री अरूण यादव, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजयसिंह, पूर्व मंत्री एन.पी. प्रजापति, पूर्व विधायक रजनीश सिंह आदि कई कांग्रेसी नेता मौजूद थे।

 



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