भोजशाला में पहले दिन का सर्वे पूरा, मुस्लिम पक्ष ने कहा “हम सुप्रीम कोर्ट जाएंगे…”


— शहर काजी वकार सादिक बोले, आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के पास पहले से ही सर्वे मौजूद
— सर्वे के बाद मुस्लिम समाज ने अदा की नमाज, पुलिस का सख्‍त पहरा, आठ थानों का बल किया तैनात


आशीष यादव आशीष यादव
धार Published On :

ऐतिहासिक भोजशाला में इंदौर हाई कोर्ट के आदेश पर भारतीय पुरातत्व एवं सर्वेक्षण विभाग ने सर्वे किया। शुक्रवार सुबह कड़ी सुरक्षा के बीच 15 सदस्‍यों की टीम भोजशाला के अंदर पहुंची। सर्वे टीम के साथ मजदूरों को भी भोजशाला में प्रवेश दिया गया। इससे पहले सुरक्षा की दृष्टी से प्रवेश द्वार पर मेटल डिटेक्टर से सभी की जांच की गई। सर्वे से पहले पुलिस का भरी बल भोजशाला और उसके आसपास के क्षेत्रों में तैनात किया गया था इससे पहले मुस्लिम पक्ष ने सुप्रीम कोर्ट में भोजशाला के सर्वे को लेकर तत्‍काल सुनवाई की याचिका दाखिल की थी जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया था। सर्वे टीम के जाने के बाद भोजशाला शुक्रवार को होने वाली नमाज पढ़ी गई। शनिवार को दौबारा सर्वे टीम भोजशाला में पहुंचेगी और आगे का सर्वे पूरा करेंगी।

शुक्रवार को आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की टीम ने सबसे पहले लंबाई-चौड़ाई का मापन किया। इसके साथ ही कई स्‍थानों पर वीडियोग्राफी कराई गई। टीम ने सर्वे के दौरान ऐसे स्‍थानों को भी चिन्‍हित किया, जहां अगले दिन सर्वे होना है। इस दौरान टीम ने मशीनों के माध्‍यम से भी भोजशाला में कुछ स्‍थानों को चिन्‍हित किया गया है। सर्वे के दौरान हिंदू पक्ष के सदस्‍य भी भोजशाला में मौजूद थे। मुस्लिम पक्ष का कोई भी सदस्‍य सर्वे के दौरान उपस्थित नहीं हुआ।

सर्वे की रिपोर्ट पहले से ही ASI के पास मौजूद :
इधर शहर काजी वकार सादिक ने सर्वे को लेकर सवाल खड़े किए। उन्‍होंने ने चर्चा में बताया कि आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की 1902 और 1903 की सर्वे रिपोर्ट ASI के पटल पर मौजूद है। फर्स्‍ट रिपोर्ट जो आई थी उस रिपोर्ट में यह साफ किया गया था कि यह एक मस्जिद है। उसी को लेकर 1998 में एक याचिका लगाई गई थी जिसमें कहा गया था कमाल मैलाना एक मस्जिद है, भोजशाला कहां है यह रहस्य है और यह जवाब हाईकोर्ट के संज्ञान में है। अब आर्कियोलॉजिकल डिपार्टमेंट किसी भी तरह का कोई काम करके अपनी बात से नहीं पलट सकता। हम सभी मुस्लिम समाज की मीटिंग बुलाकर सभी के साथ सुप्रीम कोर्ट जाएंगे। हमारे पास दस्‍तावेज मौजूद हैं जो यह बताते है कि यहां पांच टाईम की नमाज होना चाहिए उसके लिए भी हम सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट जाएंगे।

सर्वे के बाद हुई नमाज: शुक्रवार सुबह छह बजे के बाद से ही ही टीम ने सर्वे शुरु कर दिया था।  इस दौरान करीब 6 घंटे तक भोजशाला का सर्वे किया। दोपहर 12 बजे टीम सदस्‍य बाहर आए। सर्वे टीम के जाने के बाद मुस्लिम समाज के लोगो ने शुक्रवार को होने वाली नमाज अदा की।

भोजशाला बनी छावनी : सर्वे को लेकर भोजशाला में सुरक्षा के खास बंदोबस्त किए गए हैं। स्थानीय पुलिसकर्मियों के साथ-साथ आसपास के थानों का भी बल बुलाया गया था। एसपी मनोजकुमार सिह मौके पर थे, उनके एडिशनल एसपी इंद्रजीत बकरवाल ,एसडीएम रोशनी पाटीदार, रविन्द्र वास्कले, तहसीलदार दिनेश उईके समीर पाटीदार, सुनील शर्मा , रोहित निकम्म सहित अन्य पुलिसकर्मी मौजूद रहे। पुलिस बल द्वारा पूरे भोजशाला परिसर के अलावा आसपास के इलाके में पाइंट लगाकर पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे। टीम ने जो सुरक्षा की मांग की थी, उसके अनुरूप पुलिस ने सुरक्षा लगाई है। आठ थानों के बल के साथ 175 पुलिसकर्मियों को सुरक्षा के लिए लगाया गया है।

1 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई :
भोजशाला के सर्वे के लेकर मुस्लिम पक्ष की ओर से एक याचिका सुप्रीम कोर्ट में भी दाखिल की गई थी, जिसकी सुनवाई 1 अप्रैल को होना है। सर्वे के पहले मुस्लिम पक्ष की ओर से तत्‍काल सुनवाई के लिए सुप्रीम कोर्ट से मांग की गई थी, शुक्रवार को इसे कोर्ट ने खारिज करते हुए सुनवाई 1 अप्रैल को ही सुनवाई करने के लिए कहा है।

5 हफ्ते में देनी है रिपोर्ट: उत्तर प्रदेश के ज्ञानवापी की तर्ज पर ही अब धार की भोजशाला का सर्वे कोर्ट के आदेश पर हो रहा है। शुक्रवार को केन्द्रीय पुरातत्व विभाग की टीम इस सर्वे का काम शुरू कर दिया है और पांच हफ्तों में सर्वे को पूरा कर हाईकोर्ट में रिपोर्ट पेश करनी है। बता दें कि धार की भोजशाला को लेकर हिंदू पक्ष का कहना है कि भोजशाला सरस्वती जी का मंदिर है, जबकि मुस्लिम पक्ष इसके मस्जिद होने का दावा पेश कर रहा है।



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