कमलनाथ की मौजूदगी में पिता कैलाश जोशी की तस्वीर के साथ दीपक जोशी ने ली कांग्रेस की सदस्यता


उन्होंने कहा कि मैंने कांग्रेस की निःस्‍वार्थ भाव से सदस्यता ली है। मुझे कोई पद-प्रतिष्ठा का लोभ नहीं। मैं कांग्रेस के कार्यकर्ता की सीट पर चुनाव नहीं लडूंगा। मैं शिवराज सिंह चौहान की सीट से चुनाव लडूंगा।


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भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में शनिवार को सूबे के पूर्व मुख्‍यमंत्री कैलाश जोशी के पुत्र, भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री दीपक जोशी ने कांग्रेस का हाथ पकड़ लिया। दीपक जोशी दोपहर करीब साढ़े बारह बजे अपने पिता कैलाश जोशी की तस्‍वीर लेकर प्रदेश कांग्रेस के कार्यालय पहुंचे, जहां कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व सीएम कमलनाथ ने उनका स्‍वागत किया।

इस दौरान प्रदेश कांग्रेस कार्यालय परिसर में कैलाश जोशी अमर रहे जैसे नारे भी खूब गूंजते सुनाई दे रहे थे। पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ ने भी पूर्व मुख्यमंत्री स्‍वर्गीय कैलाश जोशी की तस्वीर को सूत की माला पहनाई।

कांग्रेस पार्टी की सदस्‍यता ग्रहण करने के बाद पू्र्व सीएम के बेटे दीपक जोशी ने मीडिया के सामने कहा कि मैं पिछला चुनाव हार गया, यह स्वीकार करता हूं। मेरे पिता जी की पूंजी उनका सम्मान था, उनके लिए स्मारक तक नहीं बनाया गया।

उन्होंने कहा कि राहुल भैया (अजय सिंह), अरुण यादव के साथ हमारा भले ही मतभेद रहा हो, लेकिन वे साथ खड़े रहे। कांग्रेस में आने पर मुझसे पूछा गया क्या सौदेबाजी हुई क्या मांगा है। मैने सिर्फ पिता के सम्मान की बात की। आज तक जोशी जी के नाम पर कोई चीज नहीं बनी। कांग्रेस ने मेरे पिता का सम्मान किया है।

दीपक जोशी ने आगे कहा कि नंद कुमार चौहान मेरे गुरु हैं जिन्होंने मुझे राजनीति सिखाई, लेकिन अब उन्हीं के बंगले को तोड़कर मुख्यमंत्री अपने लिए भव्य बंगला बनवा रहे हैं, लेकिन मेरे पिता का स्मारक नहीं बनाया गया।

उन्होंने कहा कि मैंने कांग्रेस की निःस्‍वार्थ भाव से सदस्यता ली है। मुझे कोई पद-प्रतिष्ठा का लोभ नहीं। मैं कांग्रेस के कार्यकर्ता की सीट पर चुनाव नहीं लडूंगा। मैं शिवराज सिंह चौहान की सीट से चुनाव लडूंगा।

उन्होंने कहा कि आज शिवराज जी ने कहा दीपक मेरा छोटा भाई है, लेकिन मैं उन्हें भाई नहीं मानता। कांग्रेसी मेरे साथ हमेशा खड़े रहे हैं। मैं स्कूटर पर घूमने वाला व्यक्ति हूं। सामान्य व्यक्ति हूं। मैं आज कांग्रेस से जुड़ रहा हूं। कमलनाथ जी के सैनिक के रूप में काम करूंगा। लोग कहते है कमलनाथ जी पूंजीपति हैं, लेकिन वे अभी से नहीं पहले से पूंजीपति हैं।

इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहाकि 138 वर्षों का इतिहास है। हम अपने बुजुर्गों का सम्मान करते हैं। मध्यप्रदेश के राजनीतिक संत कैलाश जोशी जी का हम सम्मान करते हैं। कैलाश जोशी समाजसेवक थे। मैंने उनके साथ लंबा समय बिताया है।

उन्होंने कहा कि जब दीपक जोशी ने उनके स्मारक बनाने की बात की तो मुझे भी प्रसन्नता हुई। कैलाश जोशी जैसे संत का सम्मान करना चाहिए, लेकिन आज राजनीति में सामाजिक मूल्यों की कदर नहीं है।

कमलनाथ ने कहा कि कांग्रेस व्यक्ति का नहीं सच्चाई का साथ दे रही है। ये राजनीतिक मूल्यों के लिए ऐतिहासिक दिन है। मैं मुख्यमंत्री था। कुर्सी बचाने के लिए सौदा कर सकता था, लेकिन नहीं किया। टिकट बांटने का फैसला स्थानीय लोग करेंगे।



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