मप्र विधानसभा चुनावः भ्रष्टाचार को लेकर शिवराज सरकार पर हमलावर है कांग्रेस, कमलनाथ ने जारी की ‘घोटाला शीट’


कांग्रेस ने शिवराज सरकार पर लाखों करोड़ रुपये के घोटालों का आरोप लगाया है। कमलनाथ ने कहा कि वह दिन दूर नहीं जब गूगल पर भ्रष्टाचार टाइप करेंगे और शिवराज जी की तस्वीर दिखाई देगी।


DeshGaon
राजनीति Updated On :

मप्र में चुनाव करीब हैं और राजनीति तेज हो चुकी है। इस बार कांग्रेस भारतीय जनता पार्टी से किसी भी तरह से कमतर नजर नहीं आ रही है। पीसीसी प्रमुख कमलनाथ लगातार सरकार पर हमले कर रहे हैं और उनका सबसे बड़ा हमला सीधे सीएम शिवराज पर है। जहां वे सरकार पर पचास प्रतिशत कमीशन लेने का आरोप लगा रहे हैं। इस मामले में पिछले दिनों प्रियंका गांधी और कमलनाथ सहित कई नेताओं पर एफआईआर तक दर्ज करा दी गई लेकिन इस बार जो नया मामला सामने आया है उसमें शिकायतकर्ता ने गोशाला निर्माण के भुगतान पर 14.50 लाख रुपये कमीशन लिए जाने का आरोप कैमरे पर लगाया है।

इसके बाद कांग्रेस ने शुक्रवार को एक नया पैंफलेट जारी किया है इसे घोटाला शीट कहा जा रहा है। जिसमें सरकार के ढ़ाई सौ घोटालों का जिक्र है। कांग्रेस इसे घर-घर पहुंचाएंगी। पीसीसी प्रमुख कमलनाथ ने इस दौरान कई अहम बातें कहीं। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र से घोटाला कर बनी शिवराज सरकार ने सरकारी खजाने को लूट कर घोटाला करना अपना मूल मंत्र बना लिया है। वह दिन दूर नहीं है जब आप गूगल पर घोटाला या स्कैम सर्च करोगे तो सामने शिवराज जी की तस्वीर आ जाएगी।

कांग्रेस ने जो घोटाला शीट जारी की है उसमें शिवराज सरकार के 18 साल के दौरान हुई अनियमितताओं को लिया गया है और इस दौरान कुल रकम करीब तीन लाख करोड़ की है। यानी कहा जा सकता है कि कांग्रेस शिवराज सरकार पर तीन लाख करोड़ रुपये का घोटाला करने का आरोप लगा रही है। यह अब तक किसी भी राज्य सरकार पर लगाया गया सबसे बड़ा आरोप है। कांग्रेस के मुताबिक वे इसे तथ्यों के साथ रख रहे हैं।

प्रेस वार्ता में कमलनाथ ने कहा कि मध्यप्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार विश्व की सबसे अधिक घोटाले करने वाली सरकार है। उन्होंने कहा कि शिवराज जी ने अपने 18 साल के कार्यकाल में घोटाले पर घोटाले कर भ्रष्टाचार का कीर्तिमान रच दिया है। शिवराज सरकार के काले कारनामों का काला चिट्ठा बहुत लंबा है, जिनमें से कुछ महत्वपूर्ण महाघोटालों को शामिल कर कांग्रेस पार्टी ने शिवराज सरकार के 18 साल के कार्यकाल की घोटाला-शीट तैयार की है। कमलनाथ ने कहा कि इससे मध्य प्रदेश की जनता को 50 प्रतिशत कमीशनराज की तथ्यात्मक हकीकत अच्छी तरह समझ में आ जाएगी।

 

सरकार के बड़े घोटाले

कांग्रेस द्वारा जारी इस पैंफलेट में जिन घोटालों का जिक्र किया गया है उनमें प्रदेश में हुआ पोषण घोटाला अहम है जो कांग्रेस के मुताबिक करीब 15000 करोड रुपए का था। इसके अलावा  12000 करोड रुपए का मिड-डे मील घोटाला,  9500 करोड रुपए का आंगनबाड़ी नल जल घोटाला, 600 करोड रुपए का गणवेश घोटाला, 2000 करोड रुपए का सर्व शिक्षा अभियान घोटाला, 2000 करोड रुपए का व्यापम महा घोटाला, 2000 करोड रुपए का नर्सिंग घोटाला, 3000 करोड़ रुपए का कौशल घोटाला, 2500 करोड़ रुपए का पैरामेडिकल छात्रवृत्ति घोटाला, 94000 करोड़ का बिजली घोटाला, 10,000 करोड़ का जल जीवन मिशन घोटाला और 50,000 करोड रुपए का चेक पोस्ट घोटाला शामिल है।

कमलनाथ ने कहा कि संसार में ऐसा उदाहरण कम ही मिलेगा जब किसी मुख्यमंत्री ने गर्भस्थ शिशु से लेकर मृत्यु को प्राप्त हो चुके मनुष्य तक को अपने घोटाले में शामिल कर लिया हो और इतना ही नहीं घोटाला करने में भगवान को भी ना छोड़ा हो। उन्होंने कहा कि पोषण आहार घोटाले में शिवराज सरकार ने गर्भवती महिलाओं और गर्भस्थ शिशुओं के साथ भ्रष्टाचार किया। राशन घोटाले में सभी नागरिकों के भोजन में घोटाला किया। आयुष्मान घोटाले में मृतकों के नाम पर उपचार कराकर संसार से विदा हो चुके मृतकों के नाम पर भी घोटाला कर दिया। यही एक ऐसी सरकार है जिसने सिंहस्थ और महाकाल लोक घोटाले में भ्रष्टाचार कर भगवान के साथ भी धोखा किया है। शायद इन्हीं जैसे बेईमानों के लिए यह गाना लिखा गया था-भगवान को धोखा देते हैं, इंसान को यह क्या छोड़ेंगे?

कमलनाथ ने कहा कि नर्मदा में अवैध उत्खनन कर इन्होंने मध्य प्रदेश की जीवनदायनी मां नर्मदा के साथ भी छल किया है। उन्होंने कहा कि इन्होंने दवा और दारू दोनों में घोटाला किया है। मध्यप्रदेश में हुआ नर्सिंग कॉलेज घोटाला और 86000 करोड़ रू. का शराब घोटाला इसी की बानगी है।

कमलनाथ ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में तो शिवराज सरकार ने घोटालों की झड़ी लगा दी है। व्यापम घोटाला अगर शिक्षा के क्षेत्र में हुआ दुनिया का सबसे बड़ा और भयानक घोटाला है तो शिवराज सरकार ने स्कूल में, स्कूल में चलने वाली कक्षाओं में, कक्षाओं में बैठने वाले छात्रों और छात्रों के द्वारा पहने जाने वाली गणवेश में और कक्षा में सिखाए जाने वाले कौशल में भी घोटाला किया है।

इस दौरान जब कमलनाथ से पूछा गया कि क्या वे जिन घोटालों की बात कर रहे हैं चुनाव के बाद अगर उनकी सरकार आती है तो क्या वे इन घोटालों की फाइल खुलवाएंगे। इसके जवाब में कमलनाथ ने हल्की मुस्कुराहट के साथ इशारे में कहा कि ये कमलनाथ मॉडल 2018 वाला नहीं है। ऐसे में कहा जा सकता है कि अगर कांग्रेस सरकार बनती है तो कमलनाथ शिवराज सरकार के दौरान हुई वित्तीय अनियमितताओं की जांच जरुर करेंगे।

रीवा के ठेकेदार ने तो कैमरे पर कह दिया…

कमलनाथ ने कहा कि शिवराज सरकार कमीशन, भ्रष्टाचार और घोटालों को अपना अधिकार समझने लगी है। इसीलिए जब एक ठेकेदार ने कमीशन राज से दुखी होकर पत्र लिखा और अखबारों ने उसे पत्र को प्रकाशित किया तथा कांग्रेस के नेताओं ने उन समाचारों को ट्वीट किया तो बजे भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने की शिवराज सरकार के इशारे पर कांग्रेस नेताओं के खिलाफ पूरे प्रदेश में मुकदमे दर्ज करने का अभियान शुरू कर दिया गया। लेकिन कल रीवा के दूसरे ठेकेदार ने कैमरे के सामने स्वीकार किया कि गौशाला निर्माण में भी 50 प्रतिशत कमीशनराज चल रहा है, इससे पता चलता है कि शिवराज सरकार चोरी और सीनाजोरी पर उतर आई है।

 प्रदेश पर कर्ज लेने का मकसद ही भ्रष्टाचार

उन्होंने प्रदेश सरकार द्वारा लिए जा रहे कर्ज पर भी सवाल उठाए। कमलनाथ ने काह कि मध्यप्रदेश की जनता को यह जानने का अधिकार है कि शिवराज सरकार ने जो चार लाख करोड रुपए का कर्ज लिया है, वह जनता की भलाई के लिए नहीं लिया है, प्रदेश के विकास के लिए नहीं लिया है, बच्चों के भविष्य निर्माण के लिए नहीं लिया है, नए मध्यप्रदेश का निर्माण करने के लिए नहीं लिया है, बल्कि सरकार का कर्ज लेने का एक ही मकसद है कि अधिक से अधिक रकम कैसे भ्रष्टाचार के माध्यम से भाजपा की जेब में डाल दी जाए।

आज मध्य प्रदेश का हर व्यक्ति या तो भ्रष्टाचार का शिकार है या भ्रष्टाचार का गवाह है। शिवराज सरकार में कोई भी काम पैसे के लेनदेन के बिना नहीं होता। मध्य प्रदेश की जनता को 50 प्रतिशत के इस कमीशन राज से मुक्ति दिलाना कांग्रेस पार्टी अपना लोकतांत्रिक कर्तव्य समझती है।



Related