संविदा कर्मचारियों को 100 फीसदी वेतन और स्थायी कर्मचारियों की तरह सुविधाएं देने की सीएम ने की घोषणा


संविदा कर्मचारियों के प्रांतीय सम्मेलन में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने सालाना कॉन्ट्रैक्ट कल्चर खत्म करने की घोषणा, संविदा कर्मियों को नियमित कर्मचारियों के बराबर वेतन, पेंशन योजना का भी म‍िलेगा लाभ।


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mp contract employees announcement

भोपाल। भोपाल के मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में संविदा कर्मचारियों के प्रांतीय सम्मेलन में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को घोषणा की कि संविदा कर्मचारियों की प्रतिवर्ष अनुबंध की प्रक्रिया समाप्त की जाती है। इसके साथ ही मध्यप्रदेश के करीब डेढ़ लाख संविदा कर्मचारियों को सालाना कॉन्ट्रैक्ट कल्चर से मुक्ति मिल गई है।

सीएम शिवराज ने कहा कि संविदा कर्मचारियों की दृष्टि और कार्यकुशलता नियमित कर्मचारियों से रत्ती भर भी कम नहीं है, कई मायनों में ज्यादा है। जरूरत पड़ने पर संविदा कर्मचारियों ने नियमित कर्मचारियों से ज्यादा काम करके दिखाया है।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संविदा कर्मचारियों से कहा, जितना मेरा सम्मान है, उतना आपका भी सम्मान रहेगा। हम मेहनत से काम करेंगे, लेकिन स्वाभिमान के साथ रहेंगे। प्रदेश की जनता की बेहतर सेवा करेंगे।

हालांकि, फिलहाल मुख्यमंत्री ने यह तय नहीं किया है कि संविदा कर्मचारियों को यह लाभ कब से मिलेंगे। ऐसे में कई कर्मचारियों से जब बात की गई तो उन्होंने कहा कि जब आदेश आ जाएंगे तब ही सही जीत होगी।

इन संविदा कर्मचारियों के मुताबिक, सीएम पांच साल पहले भी चुनाव के आसपास संविदा कर्मचारियों के हक की बात कर चुके हैं, लेकिन वह हक देने में उन्होंने रुचि अब इन चुनावों के समय दिखाई है। ऐसे में अगर अगले कुछ ही दिनों में यह स्पष्ट कर दिया जाता है तो संविदाकर्मी कुछ और निश्चिंत होंगे।

मुख्यमंत्री ने मुस्कुराकर संविदा कर्मचारियों से कहा कि बीच-बीच में थोड़ी लड़ाई हो गई थी अपनी। वेतन काट लिया था। पूछा- किस-किस का वेतन कटा हाथ उठाओ। घोषणा करते हुए बोले- आंदोलनों और हड़ताल के दौरान काटा गया वेतन वापस किया जाएगा। जितना मेरा सम्मान है, उतना आपका भी सम्मान है रहेगा।

सीएम को अपने बीच पाकर संविदा कर्मचारियों में जबर्दस्त उत्साह नजर आया। सीएम के मंच पर पहुंचने के साथ ही संविदा कर्मचारियों ने नारा लगाया, ‘हमें गिफ्ट लौटाना है, मामा को फिर लाना है।’

इसके साथ ही सीएम ने ये घोषणाएं भी कीं –

  1. राष्ट्रीय पेंशन स्कीम का सबको लाभ दिया जाएगा।
  2. संविदाकर्मियों को 90 नहीं 100 प्रत‍िशत वेतन मिलेगा।
  3. स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ भी दिया जाएगा।
  4. अनुकंपा नियुक्ति दी जाएगी।
  5. 50 प्रतिशत नियमित पदों का मौका मिलेगा।
  6. नियमित कर्मचारियों की तरह छुट्टियां सीएल, ईएल, ऐच्छिक अवकाश भी मिलेंगे।
  7. नियमित कर्मचारियों की तरह महिला संविदा कर्मचारियों को मातृत्व अवकाश दिया जाएगा।
  8. प्रदर्शन के दौरान जो कार्रवाई हुई थी वह अब कोई नहीं होगी कोई वेतन नहीं कटेगा
  9. स्वाभिमान के साथ रहेंगे, ईमानदारी से काम करेंगे, ग्रेच्युटी की व्यवस्था रहेगी।

 

उल्लेखनीय है कि मप्र में डेढ़ लाख संविदा कर्मचारी हैं और ये आने वाले चुनावों में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। पिछले करीब एक साल में सीएम शिवराज की सरकार के खिलाफ कई बार संविदा कर्मचारी प्रदर्शन करते रहे हैं।

वहीं, कांग्रेस की ओर से संविदा कर्मचारियों को नियमितीकरण का वादा किया गया था, ऐसे में इस बार बड़ी संख्या में इन कर्मचारियों के छिटकने की बड़ी आशंका थी। ऐसे में सीएम शिवराज इन कर्मचारियों के आगे विवश थे।

बता दें कि मध्यप्रदेश में संविदा भर्तियों की शुरुआत 2015 में हुई थी जिसके लिए सरकार ने राजपत्र जारी किया था। इन्हें लाने की बड़ी वजह थी- सरकार के खर्चे कम करना।

संविदा पर भर्ती कर्मचारियों की नियुक्ति कॉन्ट्रैक्ट के अनुसार करने का प्रावधान है जिसमें कर्मचारी का सरकार के साथ कॉन्ट्रैक्ट होता है।

हालांकि, नियमित कर्मचारियों की कमी को देखते हुए विभागों को अधिकृत कर दिया गया कि वे विभागाध्यक्ष कार्यालयों में संविदा पर फिक्स वेतन पर भर्ती कर सकें। अभी तक इन कर्मचारियों को रिटायरमेंट पर ग्रेच्युटी और अन्य लाभ नहीं मिलते थे।



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