तेंदूपत्ता से होने वाले लाभ का 75 फीसदी बोनस संग्राहकों व 5 फीसदी ग्राम सभाओं को दिया जाएगा- सीएम चौहान


मध्यप्रदेश के 800 वन ग्रामों को दिया जाएगा राजस्व ग्राम का दर्जा। जल, जंगल और जमीन को बचाने के लिए संघर्ष करने वाले वीर योद्धा क्रांति सूर्य जननायक टंटया मामा को राज्यपाल मंगु भाई पटेल ने किया नमन।


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खरगोन Published On :
meena singh

खरगोन। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि क्रांति सूर्य जननायक टंटया मामा ने अपना पूरा जीवन भारत माता की आजादी के लिए दिया है। अंग्रेज जिन नागरिकों के साथ अत्याचार करते थे और उनका जीना दूभर कर दिया था।

ऐसे लोगों को बचाने के लिए टंट्या मामा सर्वथा आगे रहें। वास्तव में जनता की तकलीफो के लिए लड़ने वाले ऐसे सुरमा ने मप्र की जमीन पर जन्म लिया, हमें गर्व है। जिन मूल्यों के लिए जननायक अंग्रेजों से लड़े थे उन मूल्यों के लिए शासन दृढ़ संकल्पित है।

जननायक गौरव यात्रा के बाद शासन ने 18 फैसले किये थे। उन पर तेजी से अमल जारी है। पैसा कानून समरता के साथ मप्र की धरती पर लागू किया जा रहा है। सामुदायिक वन प्रबंधन संस्थान अब माइक्रो प्लान बना कर जनजातियों के गांवो का सुदृढ़ीकरण प्रबंधन का कार्य किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि तेंदूपत्ता से होने वाले लाभ का 75 प्रतिशत संग्राहकों को बोनस के रूप में और 5 प्रतिशत लघु वनोपज का मालिकाना हक पैसा अधिनियम के तहत ग्राम सभाओं को दे दिया जाएगा।

साथ ही नियम विरुद्ध दिए ऋणों से जनजातीय भाइयों और बहनों को पूरी तरह मुक्त किया जा रहा है। मप्र साहूकार अधिनियम संसोधन अधिनियम के द्वारा निर्धारित दर से अधिक दर तक ब्याज वसूलने वाले कर्ज को शून्य कर दिया जा रहा है। अब निर्धारित दर से अधिक वाला कर्ज देना नहीं पड़ेगा।

अभी अनेकों वनोपज संग्रहण करने का समय आ गया है। अगर वनोपज सस्ता बिका तो सरकार वनोपज संघ से न्यूनतम मूल्य निर्धारित कर खरीदने का काम करेंगे। ताकि जनजातीय भाइयों को वनोपज से नुकसान न हो।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सोमवार को जननायक टंट्या मामा के जन्मदिन पर उनकी कर्मस्थली कोठड़ा में जन्मोत्सव कार्यक्रम में वर्चुअली जुड़कर हजारों की संख्या में मौजूद जनजातीय समुदाय के नागरिकों को सम्बोधित किया।

जननायक टंट्या मामा साहस और सेवा की प्रतिमा – राज्यपाल पटेल

टंट्या मामा के जन्मोउत्सव कार्यक्रम में राज्यपाल मंगु भाई पटेल भी वर्चुअली रूप से जुड़कर कोठड़ा की भूमि को नमन किया। राज्यपाल मंगु भाई पटेल ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि जल जंगल और जमीन को बचाने के लिए साम्राज्यवादी अंग्रेजों के विरुद्ध लड़ने वाले वीर योद्धा टंट्या मामा है।

टंट्या मामा की बहादुरी के किस्से न्यूयार्क टाइम्स में रॉबिनहुड के नाम से प्रकाशित हुए हैं। राज्यपाल मंगु भाई पटेल ने जनजातीय समुदाय से कहा कि अब जाग्रत होने का समय आ गया है। सिकलसेल जैसी घातक बीमारी से लड़ने के लिए जांच प्रारम्भ करें। संकल्प लें और समाज को बीमारी मुक्त बनायें।

टंट्या मामा के वंशजों का मंत्री मीना सिंह तथा सांसद पटेल ने शॉल व श्रीफल देकर स्वागत व सम्मान किया। कार्यक्रम में कलेक्टर अनुग्रहा पी, पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ चौधरी, जिला पंचायत सीईओ दिव्यांक सिंह, अपर कलेक्टर एसएस मुजाल्दा, कसरावद एसडीएम संघप्रिय, एसडीएम शिराली जैन, पूर्व विधायक धुलसिंग डावर, नंदा ब्राह्मणे, दीपक ठाकुर उपस्थित रहे।

देश की आज़ादी में आदिवासी क्रांतिकारियों का भी योगदान

जन्मोत्सव कार्यक्रम के दौरान जनजातीय कार्य मंत्री मीना सिंह ने सम्बोधित करते हुए कहा कि देश की आजादी में आदिवासी क्रांतिकारियों का भी योगदान है। जहां-जहां भी अन्याय हुआ वहां-वहां टंट्या मामा ने समय गरीबों की सहायता की है।

जनजातीय कार्य मंत्री ने मप्र शासन द्वारा संचालित योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया। शासन द्वारा सिंचाई से लेकर शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली और सड़कों को लेकर लगातार कार्य जारी है।

जनजातीय कार्यमंत्री ने मंच पर पहुंचने से पहले टंट्या मामा के मंदिर पहुंचकर दर्शन किए। साथ ही सांसद पटेल, विधायक झुमा सोलंकी, पूर्व विधायक धूलसिंग डावर के साथ वृक्षारोपण किया।

महापुरुषों का जन्मदिन मनाना गुणों को उतारने के समान –

संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने जन्मोत्सव कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि जननायक टंट्या मामा अंग्रेजो से एक बार नहीं बल्कि बार बार पचासों बार लड़े हैं। जब भी हम जननायक टंट्या मां जैसे महापुरुषों का जन्मदिन मनाते हैं तो उनके गुणों को अपने मन में उतारने के समान होता है।

प्रदेश में पहली बार किसी मंत्री ने जननायक टंट्या मामा द्वारा की जाने वाली प्रार्थना पढ़ी। संस्कृति मंत्री ने मंच से प्रतिज्ञा भी दिलाई। संस्कृति मंत्री ठाकुर ने कोठड़ा पहुंचने पर टंट्या मामा मंदिर में दर्शन किए। कार्यक्रम के दौरान सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल ने भी संबोधन दिया।

स्वास्थ्य शिविरों में ग्रामीणों सहित कृषि विभाग के अमले मुफ्त में करवाई जांच

जन्मोत्सव कार्यक्रम स्थल पर आयुष और स्वास्थ्य विभाग द्वारा अलग अलग स्वास्थ्य शिविर आयोजित किये गए। जहां नागरिकों ने भरपूर लाभ लेते हुए बीपी सहित अपने शरीर की कमियों कमजोरियों के बारे में डॉक्टरों से जांच करवा कर उपचार भी लिया गया।

आयुष विभाग द्वारा शिविर के दौरान 220 नागरिकों की जांच की गई। आयुष विभाग द्वारा आयोजित जांच शिविर में डॉ. दरबार रंधावा, डॉ. सुरेश मुकाती, डॉ. रूपेन्द्र मण्डलोई, डॉ. योगेन्द्र सिसोदिया और डॉ. अंतिम मण्डलोई सहित कंपाउंडर दिलीप सिसोदिया, उदय सिंह सोलंकी, राकेश मुजाल्दे, सखाराम मोरे, काशीराम मुजाल्दे व सायकु वास्कले ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

वहीं स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयोजित सिकलसेल जांच शिविर में कृषि विभाग के अमले ने निशुल्क जांच करवाई है। विभाग के प्रमुख उपसंचालक एमएल चौहान ने सबसे पहले जांच करवाने के बाद विभाग के आत्मा परियोजना अधिकारी भरी केके पांडे व सहायक संचालक राधेश्याम बड़ोले, दीपक मालवीया व ग्रामीण विस्तार अधिकारी और उद्यानिकी विभाग के उपसंचालक मोहन मुजाल्दा ने भी स्वास्थ्य शिविर में सिकलसेल की जांच करवाई। डॉ. चन्द्रजीत सांवले ने जानकारी देते हुए बताया कि शिविर के दौरान 36 सिकलसेल के सैम्पल जांचे गए जिसमें सात पॉजिटिव सैम्पल आए हैं।

818.41 लाख रुपये के कार्यों का किया भूमिपूजन

कार्यक्रम के दौरान जनजातीय कार्यमंत्री मीना सिंह ने जिले में होने वाले विभिन्न निर्माण कार्यों का भूमिपूजन किया। उन्होंने विभिन्न विभागों के 818.41 लाख रुपये का शिलान्यास किया। इसके अलावा विभिन्न योजनाओं में 21 हितग्राहियों को लाभ वितरित किया गया। कार्यक्रम का संचालक राजकुमार शर्मा ने किया।



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