एमपी की बदहाल स्वस्थ्य सेवाएं… महिला ने अस्पताल की बजाए बस स्टैंड के शौचालय में दिया बच्चे को जन्म


पीएम नरेंद्र मोदी के दौरे को लेकर चल रही थी मॉक ड्रिल, महिला के पति का आरोप जब अस्पताल गए तो डॉक्टरों ने कहा हम व्यस्त हैं…


शिवेंद्र शुक्ला शिवेंद्र शुक्ला
छतरपुर Updated On :

छतरपुर। मप्र की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की स्थिति किस कदर खराब है इसके बारे में अक्सर खबरें आती रहती हैं। अब फिर एक बार छतरपुर के जिला अस्पताल की लापरवाही की खबरें आ रहीं हैं। जहां एक प्रसूता को इलाज करने से इंकार कर दिया गया। इसके बाद महिला को बस स्टैंड के शौचालय में बच्चे को जन्म दिया। महिला अपने पति के साथ लौटकर अपने घर जा रही थी कि बस का इंतजार करते हुए उसे अचानक प्रसव पीड़ा होने लगी थी। इसके बाद महिलाओं ने शौचालय में ही पर्दा करके प्रसव कराया। इसके बाद स्थानीय लोगों ने दोबारा मौके पर एंबुलेंस बुलाई और इस महिला को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां अब महिला और नवजात स्वस्थ हैं। इस दौरान महिला के पति ने बताया कि डॉक्टरों ने उसे बताया है कि पीएम मोदी के कार्यक्रम के कारण वे लोग व्यस्त हैं और इसलिए इलाज नहीं कर सकते। हालांकि डॉक्टरों ने ऐसी लापरवाही की बात से इंकार किया है।

बड़ामलहरा क्षेत्र के ग्राम वीरौं निवासी धनीराम आदिवासी की 27 वर्षीय पत्नी रचना आदिवासी को शुक्रवार की सुबह गभर्वती अवस्था में बड़ामलहरा अस्पताल लाया गया था। यहां मौजूद स्वास्थ्यकर्मियों ने महिला को जिला अस्पताल जाने की सलाह दी, ​जिसके बाद उसे एंबुलेंस 108 के जरिए जिला अस्पताल लाया गया। जिला अस्पताल में जिस वक्त यह महिला पहुंची तब वहां पीएम मोदी की 12 अगस्त को होने वाली ट्रांजिट विजिट की मॉकड्रिल  चल रही थी।

महिला के पति धनीराम आदिवासी ने बताया कि वह काफी देर तक इलाज के लिए परेशान होता रहा लेकिन अस्पताल में किसी ने भी उसकी बात नहीं सुनी, इसलिए वह पत्नी को लेकर वापिस अपने घर जा रहा था। वह बस स्टैंड पहुंचकर बस का इंतजार कर रहा था तभी अचानक पत्नी को तेज प्रसव पीड़ा शुरू हो गई। यहां मौजूद लोगों ने हमारी मदद करते हुए महिला का प्रसव करा दिया। जब खुले में प्रसव हुआ तो परिवार के द्वारा फिर से एंबुलेंस 108 बुलाई गई और महिला को जिला अस्पताल भेजा गया। धनीराम आदिवासी का आरोप है कि न तो एंबुलेंस संचालक ने हमारी मदद की और न ही जिला अस्पताल में कोई मदद की गई,  जिस कारण से हम परेशान होते रहे।

 

महिला जिला अस्पताल से वापिस क्यों चली गई, इसकी जानकारी नहीं है। हो सकता है महिला को लगा हो कि अभी डिलीवरी नहीं होना है। अस्पताल में यदि लापरवाही की गई है तो हम इस मामले की जांच कराएंगे।

डॉ. लखन तिवारी, सीएमएचओ



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