आंबेडकर जयंती पर स्मारक समिति को घेरेंगे पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, सीएम शिवराज से कर चुके हैं यह मांग…


कमलनाथ का यह दौरा इसलिए उस पत्र के ठीक बाद हो रहा है जो उन्होंने आंबेडकर स्मारक समिति में अनियमितता के मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को लिखा है।


अरूण सोलंकी अरूण सोलंकी
इन्दौर Updated On :
mhow ambedkar jayanti

इंदौर। आंबेडकर जयंती समारोह में कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भी पहुंच रहे हैं। वे इस कार्यक्रम में दूसरी बार पहुंच रहे हैं। इससे पहले वे मुख्यमंत्री रहते हुए यहां आए थे। कमलनाथ की यात्रा का कार्यक्रम शुक्रवार को जारी किया गया। जिसके मुताबिक वे सुबह दस बजे भोपाल से अपने निजी विमान से इंदौर के लिए रवाना होंगे। इसके बाद वे महू में पत्रकारों से भी चर्चा करेंगे। माना जा रहा है कि कमलनाथ आंबेडकर जयंती पर स्मारक समिति पर लग रहे अनियमितताओं के आरोपों को लेकर पत्रकारों से चर्चा करेंगे।

कमलनाथ का यह दौरा इसलिए उस पत्र के ठीक बाद हो रहा है जो उन्होंने आंबेडकर स्मारक समिति में अनियमितता के मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को लिखा है। दरअसल आंबेडकर स्मारक समिति का कामकाज विवादों में रहा है इसकी वजह समिति के पूर्व पदाधिकारी और अब तक जन्मस्मारक का चेहरा बने रहे मोहन राव वाकोड़े हैं। जिन्होंने  समिति की मौजूदा कार्यकारिणी पर कई तरह के आरोप लगाए हैं।

इन्हीं आरोपों की जांच की मांग करते हुए पिछले दिनों शहर के ड्रीमलैंड चौक पर एक प्रदर्शन भी हुआ था। जहां महाराष्ट्र से भी लोग पहुंचे थे। इसके बाद प्रशासन ने पंद्रह दिनों में जांच पूरी करने का आश्वासन दिया था लेकिन अब तक मामले में कोई ठोस जांच नहीं की गई है। प्रशासन भी स्मारक समिति की शिकायतों को लेकर नरम ही नज़र आ रहा है।

इस मामले में पिछले दिनों मोहन राव वाकोड़े ने कमलनाथ से मिलकर हस्तक्षेप की अपील की थी। मुख्यमंत्री को लिखे अपने पत्र में कमलनाथ ने कहा है कि समिति के  अध्यक्ष भंते संघशील की मृत्यु के बाद समिति में अनियमितताएं शुरु हुईं और गलत तरीके से सदस्य बढ़ाए गए।

स्मारक समिति के विषय पर मुख्यमंत्री से मिले समिति के पूर्व सदस्य मोहन राव वाकोड़े

पूर्व मुख्यमंत्री ने लिखा है कि उन्हें जानकारी मिली है कि समिति पर लगातार आरोप लग रहे हैं और समिति से संबंधित रहे समाज के लोगों के मुताबिक स्मारक समिति में वित्तीय अनियमितताएं भी हो रहीं हैं और इससे समाज की भावनाएं आहत हो रहीं हैं। कमलनाथ ने मुख्यमंत्री को लिखा है कि उनके द्वारा पहले भी मुख्यमंत्री तक इस मामले की जानकारी दी गई है लेकिन आपेक्षित परिणाम नहीं मिले हैं।

पत्र में लिखा गया है कि स्मारक समिति के कामकाज में पारदर्शिता होना जरूरी है और इस परिसर का उपयोग गैर राजनीतिक स्थान के रुप में किया जाना चाहिए ताकि बाबा साहेब आंबेडकर में आस्था रखने वाले लोगों की आस्था आहत न हों।

 



Related